यूपी के टॉप 10 जिलाधिकारी घोषित: प्रशासनिक दक्षता और जनसेवा में बने उदाहरण

Report By: उत्तर प्रदेश डेस्क
लखनऊ:उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में प्रशासनिक कार्यों की निगरानी एवं मूल्यांकन के लिए स्थापित मुख्यमंत्री डैशबोर्ड पर हाल ही में जारी की गई रैंकिंग में राज्य के 10 जिलाधिकारी शीर्ष स्थान पर रहे हैं। इन अधिकारियों को प्रशासनिक दक्षता, जनसेवा के प्रति समर्पण, कानून-व्यवस्था बनाए रखने, जनकल्याणकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन तथा समग्र विकास कार्यों के बेहतर संचालन के लिए चयनित किया गया है।मुख्यमंत्री डैशबोर्ड पर उत्कृष्ट प्रदर्शन के आधार पर जारी हुई सूची
मुख्यमंत्री कार्यालय ने इन जिलाधिकारियों की कार्यशैली की सराहना करते हुए कहा है कि ये अधिकारी न केवल अपने जिलों के विकास में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं, बल्कि राज्य के अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के लिए भी प्रेरणास्त्रोत हैं।
टॉप 10 जिलाधिकारी और उनके जिले:
1. महराजगंज – IAS संतोष कुमार शर्मा
जनकल्याणकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन और पारदर्शिता के साथ कार्य करने के लिए पहचान बनाई। स्वास्थ्य, शिक्षा और महिला सुरक्षा के क्षेत्र में नवाचार किए गए।
2. जालौन – IAS राजेश कुमार पांडेय
राजस्व वसूली और कानून-व्यवस्था में सुधार के साथ-साथ कृषि क्षेत्र में किसानों को लाभ पहुंचाने वाली योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू किया।
3. लखीमपुर खीरी – IAS दुर्गा शक्ति नागपाल
प्रशासनिक सख्ती और योजनाओं की निगरानी में उल्लेखनीय कार्य किया। महिला सशक्तिकरण और शिक्षा के क्षेत्र में विशेष पहलकदमी दिखाई।
4. बरेली – IAS अविनाश सिंह
नगरीय विकास और सफाई व्यवस्था में सुधार के साथ-साथ आम जनता से सीधे संवाद बनाकर समस्याओं के त्वरित समाधान की दिशा में कार्य किया।
5. शाहजहांपुर – IAS धर्मेंद्र प्रताप सिंह
ई-गवर्नेंस और डिजिटल ट्रैकिंग सिस्टम को बढ़ावा देते हुए विकास योजनाओं की निगरानी में पारदर्शिता सुनिश्चित की।
6. श्रावस्ती – IAS अजय कुमार द्विवेदी
सीमावर्ती जिले में आधारभूत ढांचे के विकास और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं को प्रभावी तरीके से लागू कर लोगों का भरोसा जीता।
7. कुशीनगर – IAS महेंद्र सिंह तंवर
पर्यटन, सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में संतुलित विकास कार्यों के लिए पहचान मिली। कुशीनगर को पर्यटन हब के रूप में उभारा।
8. ललितपुर – IAS अक्षय त्रिपाठी
जल संरक्षण, ग्रामीण विकास और स्वच्छता अभियान में उल्लेखनीय योगदान। आदिवासी क्षेत्रों में विशेष ध्यान दिया।
9. हरदोई – IAS अनुनय झा
जनसुनवाई पोर्टल पर सबसे ज्यादा सक्रियता दिखाई। आम नागरिकों की शिकायतों का त्वरित समाधान सुनिश्चित किया।
10. मुजफ्फरनगर – IAS उमेश मिश्रा
कानून-व्यवस्था को बेहतर बनाए रखने के साथ-साथ औद्योगिक विकास को गति देने के लिए कार्य किया।
मुख्यमंत्री कार्यालय की प्रतिक्रिया:
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश सरकार प्रशासन को जवाबदेह और पारदर्शी बनाने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी बयान में कहा गया,
इन अधिकारियों की कार्यशैली और निष्पक्ष प्रशासनिक रवैया अन्य अधिकारियों के लिए प्रेरणा है। सरकार की प्राथमिकता यही है कि आमजन तक योजनाओं का सीधा लाभ पहुंचे और किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”