विश्व रक्तदाता दिवस पर गाजीपुर मेडिकल कॉलेज में रक्तदान शिविर का आयोजन, छात्रों और डॉक्टरों ने किया उत्साहपूर्वक रक्तदान

Report By: आसिफ अंसारी
गाजीपुर : विश्व रक्तदाता दिवस के अवसर पर महर्षि विश्वामित्र स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय, गाजीपुर के 200 शैय्या चिकित्सालय, गोराबाजार में एक विशेष रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का उद्देश्य लोगों को रक्तदान के लिए जागरूक करना और जरूरतमंदों के लिए रक्त की उपलब्धता सुनिश्चित करना था।
इस कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य विकास अधिकारी संतोष कुमार वैश्य ने फीता काटकर किया। उन्होंने कहा कि रक्तदान एक महान कार्य है, जिससे किसी की जान बचाई जा सकती है। उन्होंने सभी से अपील की कि वे आगे आकर नियमित रूप से रक्तदान करें।
महाविद्यालय के प्रधानाचार्य प्रो. (डॉ.) आनंद मिश्रा ने खुद रक्तदान करके सभी को प्रेरित किया। उन्होंने कहा, “रक्तदान जीवनदान है। हर स्वस्थ व्यक्ति को साल में कम से कम दो बार रक्तदान करना चाहिए। इससे न केवल किसी जरूरतमंद की जान बचती है, बल्कि रक्तदाता खुद भी स्वस्थ रहता है।”
इस अवसर पर सहायक आचार्य डॉ. अभिषेक सिंह ने 36वीं बार रक्तदान करके एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि रक्तदान एक सरल लेकिन बहुत ही जरूरी काम है। यह समाज की सेवा का सबसे सीधा और असरदार तरीका है।
शिविर में मेडिकल कॉलेज के कई छात्रों ने भी भाग लिया और खुशी-खुशी रक्तदान किया। उन्होंने इसे एक प्रेरणादायक अनुभव बताया और भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रमों में भाग लेने की बात कही।
कार्यक्रम में उप-प्रधानाचार्य प्रो. (डॉ.) नीरज पाण्डेय, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राजेश सिंह, ब्लड बैंक के चिकित्साधिकारी डॉ. सोनू यादव, और अन्य डॉक्टरों व कर्मचारियों की उपस्थिति रही। सभी ने मिलकर कार्यक्रम को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।
रक्तदान से पहले सभी दाताओं की स्वास्थ्य जांच की गई और सुरक्षित तरीके से रक्त संग्रह किया गया। शिविर के अंत में सभी रक्तदाताओं को प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित भी किया गया।
यह कार्यक्रम समाज में स्वास्थ्य, सेवा और सहयोग की भावना को बढ़ावा देने वाला रहा। इससे यह संदेश गया कि हम सभी मिलकर जरूरतमंदों की मदद कर सकते हैं और एक बेहतर, स्वस्थ समाज बना सकते हैं।
रक्तदान शिविर पूरी तरह सफल रहा और सभी ने इसे एक महत्वपूर्ण और सकारात्मक अनुभव बताया। इस तरह के आयोजन भविष्य में भी होते रहें, ताकि हर जरूरतमंद को समय पर रक्त मिल सके और लोगों में सेवा भावना बनी रहे।