बबुरा थाना क्षेत्र में अवैध बालू खनन पर लगाम कसने के लिए कमालूचक सेमरा में पुलिस पिकेट का निर्माण, विशेष सशस्त्र बल की तैनाती

रिपोर्ट: तारकेश्वर प्रसाद
बिहार के भोजपुर जिले में अवैध खनन के खिलाफ प्रशासन द्वारा कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। इसी क्रम में बबुरा थाना क्षेत्र अंतर्गत कमालूचक सेमरा गांव के समीप अनिल राय के हाता पर पुलिस पिकेट का निर्माण कराया गया है। यह कदम आगामी वर्षा ऋतु को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है, जब सोन नदी में जल स्तर बढ़ने के साथ-साथ अवैध बालू खनन की गतिविधियों में तेजी आ जाती है।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) भोजपुर के निर्देशानुसार, इस पिकेट पर सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करते हुए बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस बल (BSAP) के 10 जवानों की तैनाती की गई है। जवानों को विशेष प्रशिक्षण प्राप्त है और वे अवैध खनन रोकने की कार्रवाई में पूर्ण रूप से सक्षम माने जाते हैं।
ड्रोन और मोटरबोट से होगी निगरानी
प्रशासन की ओर से यह स्पष्ट किया गया है कि पिकेट पर प्रतिनियुक्त जवानों को आधुनिक उपकरणों से लैस किया जाएगा। इसमें हाई-स्पीड मोटरबोट तथा उच्च रेज़ोल्यूशन कैमरे से युक्त ड्रोन शामिल हैं। यह सभी उपकरण नदी क्षेत्र की निगरानी और अवैध गतिविधियों पर तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए उपयोग किए जाएंगे।
ड्रोन की मदद से सोन नदी के डोरीगंज, मनेर तथा अन्य आस-पास के क्षेत्रों से आने वाली नावों पर पैनी नजर रखी जाएगी। अधिकारियों का मानना है कि इस निगरानी प्रणाली से नदी के उस पार से बालू लेकर आने वाली अवैध नावों को समय रहते रोका जा सकेगा।
पिकेट का निरीक्षण: जिला खनन पदाधिकारी और थाना अध्यक्ष भी मौजूद
कमालूचक सेमरा में निर्मित इस नए पुलिस पिकेट का निरीक्षण जिला खनन पदाधिकारी, भोजपुर तथा थाना अध्यक्ष, बबुरा ने संयुक्त रूप से किया। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने जवानों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए और उन्हें इस अभियान को गंभीरता से लेने का आग्रह किया।
प्रशासन सख्त, अवैध खनन करने वालों को नहीं मिलेगी छूट
भोजपुर जिले में सोन नदी के आसपास अवैध खनन लंबे समय से एक गंभीर समस्या बनी हुई है। इससे न केवल सरकारी राजस्व को नुकसान पहुंचता है, बल्कि पर्यावरण पर भी गंभीर प्रभाव पड़ता है। प्रशासन द्वारा हालिया कदम इसी दिशा में एक बड़ा प्रयास है।
पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि “खनन माफियाओं को बख्शा नहीं जाएगा।” उन्होंने यह भी कहा कि आगामी मॉनसून सीजन में जलस्तर बढ़ने पर नावों की आवाजाही बढ़ेगी, ऐसे में सभी जवानों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।
स्थानीय जनता में विश्वास और संतोष
इस कार्रवाई से स्थानीय ग्रामीणों में प्रशासन के प्रति विश्वास बढ़ा है। लोगों का कहना है कि यदि यह व्यवस्था लगातार बनी रही तो सोन नदी से जुड़े इलाकों में अवैध खनन पर निश्चित रूप से रोक लगेगी। इससे न केवल प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा होगी, बल्कि इलाके में कानून व्यवस्था भी बेहतर होगी।