आइसा का एक दिवसीय विरोध प्रदर्शन: ओबीसी छात्रावास जीरो माइल आरा की समस्याओं को लेकर जिलाधिकारी को सौंपा मांगपत्र

रिपोर्ट: तारकेश्वर प्रसाद, आरा (बिहार)
भोजपुर:ओबीसी छात्रावास, जीरो माइल आरा की जर्जर स्थिति और मूलभूत सुविधाओं के अभाव को लेकर भाकपा (माले) के छात्र संगठन आइसा (AISA) ने सोमवार को भोजपुर जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष एक दिवसीय विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन के माध्यम से आइसा ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए छात्रावास से जुड़े 15 बिंदुओं पर त्वरित कार्रवाई की मांग की।
प्रदर्शन में शामिल छात्रों ने नारों और पोस्टरों के माध्यम से छात्रावास की दुर्दशा को उजागर किया और जिलाधिकारी से मांग की कि समस्याओं का शीघ्र समाधान कर छात्रों को सम्मानजनक और सुविधाजनक माहौल उपलब्ध कराया जाए।
प्रमुख मांगें इस प्रकार रहीं:
1. सड़क निर्माण की मांग: ओबीसी छात्रावास से आरा-सासाराम मुख्य मार्ग तक की सड़क की हालत बदतर है। छात्रों ने मांग की कि शीघ्र सड़क निर्माण कराया जाए ताकि छात्रावास से शहर तक आवागमन सुगम हो।
2. भवन की मरम्मत और विस्तार: छात्रावास का मौजूदा भवन बेहद जर्जर हो चुका है। छात्रों ने तत्काल जीर्णोद्धार की मांग की, साथ ही 200 बिस्तरों की क्षमता वाला नया छात्रावास भवन निर्माण की भी आवश्यकता जताई।
3. डिजिटल पुस्तकालय की स्थापना: छात्रों ने आधुनिक शिक्षा संसाधनों की उपलब्धता के लिए एक डिजिटल लाइब्रेरी निर्माण की मांग की।
4. छात्रावास अधीक्षक पर कार्रवाई: छात्रों का आरोप है कि अधीक्षक नियमित रूप से छात्रावास में उपस्थित नहीं रहती हैं और प्रबंधन में लापरवाही बरतती हैं। उनके खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई की मांग की गई।
5. खेल सामग्री की उपलब्धता: छात्रावास में खेल सुविधाएं पूरी तरह नदारद हैं। छात्रों ने खेल सामग्री मुहैया कराने की अपील की।
6. राशन वितरण में अनियमितता: अक्टूबर से फरवरी तक मात्र पांच महीने का राशन दिया गया, वह भी प्रति छात्र मात्र 8 किलो प्रति माह। छात्रों ने इसकी जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की।
7. मासिक हॉस्टल ग्रांट: छात्रों ने प्रति छात्र ₹2000 मासिक हॉस्टल ग्रांट दिए जाने की मांग उठाई।
8. सफाई सामग्री का अभाव: छात्रावास में नियमित साफ-सफाई के लिए जरूरी सामग्री तक उपलब्ध नहीं है, जिससे छात्रों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
9. पत्र-पत्रिकाओं की सुविधा: छात्रों ने कहा कि छात्रावास में शैक्षणिक और समसामयिक जानकारी के लिए पत्र-पत्रिकाएं उपलब्ध नहीं कराई जाती हैं।
10. शौचालय की बदहाली: शौचालयों की हालत नारकीय है। नियमित सफाई और मरम्मत की मांग की गई।
11. मुख्य द्वार पर गेट नहीं: छात्रावास का मुख्य द्वार टूटा हुआ है। सुरक्षा की दृष्टि से गेट लगाने की मांग की गई।
12. CCTV कैमरे बंद: छात्रावास में सुरक्षा के लिए लगे सभी CCTV कैमरे बंद पड़े हैं। छात्रों ने जल्द इन्हें दुरुस्त कराने की मांग की।
13. जलजमाव की समस्या: बारिश के मौसम में छात्रावास परिसर में जलभराव की स्थिति बन जाती है। छात्रों ने परिसर में मिट्टी भरवाने की मांग की।
14. स्ट्रीट लाइट की आवश्यकता: छात्रावास परिसर में रात्रि के समय अंधेरा छाया रहता है। छात्रों ने सुरक्षा और सुविधा के लिहाज से स्ट्रीट लाइट लगाए जाने की मांग की।
15. मूलभूत सुविधाओं की बहाली: छात्रावास में पेयजल, बिजली, फर्नीचर, टेबल-कुर्सी जैसी मूलभूत सुविधाओं का घोर अभाव है। छात्रों ने मांग की कि जल्द से जल्द इन्हें बहाल किया जाए।
आइसा ने स्पष्ट किया कि यदि प्रशासन जल्द इन समस्याओं पर कार्रवाई नहीं करता, तो छात्र संगठन बड़े स्तर पर आंदोलन की राह पर जाएगा। उन्होंने कहा कि छात्रों के भविष्य और गरिमा के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हुआ और जिलाधिकारी कार्यालय ने मांगपत्र को गंभीरता से लेने का आश्वासन दिया है।