50 साल पुराने हनुमान मंदिर को जेसीबी से तोड़ा, ग्रामीणों का फूटा गुस्सा, सड़क जाम कर जताया विरोध

रिपोर्ट: तारकेश्वर प्रसाद, आरा (बिहार)
भोजपुर जिले से एक बेहद भावनात्मक और आक्रोशित कर देने वाली खबर सामने आ रही है। सिकरहटा थाना क्षेत्र अंतर्गत मोपति बाजार स्थित एक पचास साल पुराने हनुमान मंदिर को देर रात अज्ञात आसामाजिक तत्वों द्वारा जेसीबी मशीन से तोड़ दिया गया। यह मंदिर न सिर्फ एक धार्मिक स्थल था, बल्कि स्थानीय लोगों की आस्था का केंद्र भी रहा है।
मंदिर तोड़े जाने की खबर फैलते ही मचा हड़कंप
बताया जा रहा है कि घटना देर रात की है जब अधिकतर लोग अपने घरों में सोए हुए थे। इसी दौरान असामाजिक तत्वों ने जेसीबी मशीन की मदद से मंदिर को ध्वस्त कर दिया। सुबह जब स्थानीय लोगों को इस घटना की जानकारी मिली, तो गांव में हड़कंप मच गया। देखते ही देखते लोगों की भीड़ जमा हो गई और आक्रोशित ग्रामीणों ने बिहटा-पिरो मुख्य मार्ग को जाम कर दिया।
ग्रामीणों की प्रशासन से कार्रवाई की मांग
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह मंदिर लगभग 50 वर्षों से अधिक पुराना था और गांव के लोगों की श्रद्धा और आस्था का केंद्र था। ग्रामीणों ने इस घटना को सोची-समझी साजिश बताया और दोषियों की जल्द पहचान कर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस मौके पर पहुंची, जांच में जुटी
घटना की सूचना मिलते ही सिकरहटा थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने स्थानीय लोगों को समझाने का प्रयास किया और मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस द्वारा आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है ताकि दोषियों की पहचान की जा सके।
आस्था पर हमला नहीं सहेगा समाज ग्रामीण
स्थानीय ग्रामीणों ने स्पष्ट रूप से कहा है कि धार्मिक स्थलों पर हमला समाज की एकता और सद्भाव पर हमला है। अगर जल्द ही दोषियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो विरोध प्रदर्शन को और उग्र रूप दिया जाएगा। ग्रामीणों ने इस मामले को लेकर प्रशासन पर लापरवाही का भी आरोप लगाया है और कहा कि इतने पुराने मंदिर को गिरा देना गंभीर अपराध है।
प्रशासन की साख दांव पर
यह मामला न सिर्फ धार्मिक भावनाओं से जुड़ा हुआ है बल्कि प्रशासनिक संवेदनशीलता का भी परीक्षण बन गया है। लोगों की उम्मीद है कि प्रशासन शीघ्र कार्रवाई करेगा और दोषियों को सजा दिलाएगा।