रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया लेखपाल…

Report By: उत्तर प्रदेश डेस्क
फतेहपुर: जिले के बिंदकी तहसील परिसर में शुक्रवार को उस समय हड़कंप मच गया जब एक लेखपाल को पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया। भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही प्रयागराज भ्रष्टाचार निवारण संगठन (Anti-Corruption Organization) की टीम ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया।
गिरफ्तार किए गए लेखपाल की पहचान सीताराम के रूप में हुई है, जो बिंदकी तहसील के अंतर्गत कार्यरत है। उस पर आरोप है कि उसने एक किसान से भूमि के नक्शा व हिस्सा फाड़ (विभाजन) की प्रक्रिया में सहयोग करने के एवज में पांच हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। किसान द्वारा इसकी शिकायत भ्रष्टाचार निवारण संगठन से की गई, जिसके बाद टीम ने योजनाबद्ध तरीके से जाल बिछाया।
शिकायतकर्ता की सूचना के आधार पर टीम ने शुक्रवार को तहसील परिसर में पहुंचकर पूरे ऑपरेशन की निगरानी की और जैसे ही लेखपाल सीताराम ने रिश्वत की रकम ली, उसे मौके पर ही पकड़ लिया गया। टीम ने रिश्वत की राशि बरामद कर ली है और आरोपी को तत्काल हिरासत में ले लिया गया।
कार्रवाई के दौरान तहसील परिसर में मौजूद लोगों की भीड़ जुट गई और माहौल तनावपूर्ण हो गया। भ्रष्टाचार निवारण संगठन की टीम ने स्थिति को संभालते हुए आरोपी को मौके से प्रयागराज ले जाकर आगे की पूछताछ शुरू कर दी है।
इस कार्रवाई से जिले में तहसील स्तर पर फैले भ्रष्टाचार को लेकर प्रशासन की गंभीरता और सख्ती का संकेत मिला है। किसानों और आमजन में इसे लेकर राहत की भावना देखी जा रही है, वहीं राजस्व विभाग के अन्य कर्मचारियों में भी खलबली मच गई है।

जांच जारी:
भ्रष्टाचार निवारण संगठन के अधिकारियों के अनुसार, लेखपाल सीताराम के खिलाफ आवश्यक धाराओं में मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई की जा रही है। इस मामले में तहसील प्रशासन और संबंधित अधिकारियों से भी जानकारी मांगी गई है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इसमें और कौन-कौन शामिल हो सकता है।

फतेहपुर: जिले के बिंदकी तहसील परिसर में शुक्रवार को उस समय हड़कंप मच गया जब एक लेखपाल को पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया। भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही प्रयागराज भ्रष्टाचार निवारण संगठन (Anti-Corruption Organization) की टीम ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया।
गिरफ्तार किए गए लेखपाल की पहचान सीताराम के रूप में हुई है, जो बिंदकी तहसील के अंतर्गत कार्यरत है। उस पर आरोप है कि उसने एक किसान से भूमि के नक्शा व हिस्सा फाड़ (विभाजन) की प्रक्रिया में सहयोग करने के एवज में पांच हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। किसान द्वारा इसकी शिकायत भ्रष्टाचार निवारण संगठन से की गई, जिसके बाद टीम ने योजनाबद्ध तरीके से जाल बिछाया।

शिकायतकर्ता की सूचना के आधार पर टीम ने शुक्रवार को तहसील परिसर में पहुंचकर पूरे ऑपरेशन की निगरानी की और जैसे ही लेखपाल सीताराम ने रिश्वत की रकम ली, उसे मौके पर ही पकड़ लिया गया। टीम ने रिश्वत की राशि बरामद कर ली है और आरोपी को तत्काल हिरासत में ले लिया गया।

कार्रवाई के दौरान तहसील परिसर में मौजूद लोगों की भीड़ जुट गई और माहौल तनावपूर्ण हो गया। भ्रष्टाचार निवारण संगठन की टीम ने स्थिति को संभालते हुए आरोपी को मौके से प्रयागराज ले जाकर आगे की पूछताछ शुरू कर दी है।

इस कार्रवाई से जिले में तहसील स्तर पर फैले भ्रष्टाचार को लेकर प्रशासन की गंभीरता और सख्ती का संकेत मिला है। किसानों और आमजन में इसे लेकर राहत की भावना देखी जा रही है, वहीं राजस्व विभाग के अन्य कर्मचारियों में भी खलबली मच गई है।

भ्रष्टाचार निवारण संगठन के अधिकारियों के अनुसार, लेखपाल सीताराम के खिलाफ आवश्यक धाराओं में मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई की जा रही है। इस मामले में तहसील प्रशासन और संबंधित अधिकारियों से भी जानकारी मांगी गई है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इसमें और कौन-कौन शामिल हो सकता है।

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