आंगनवाड़ी केंद्रों के सशक्तिकरण हेतु जिलाधिकारी तनय सुल्तानिया ने दिए महत्वपूर्ण निर्देश

Report By : तारकेश्वर प्रसाद, आरा (बिहार)
भोजपुर जिला के समाहरणालय सभागार में जिलाधिकारी श्री तनय सुल्तानिया की अध्यक्षता में एकीकृत बाल विकास सेवा (ICDS) द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक का उद्देश्य जिले में संचालित आंगनवाड़ी केंद्रों की स्थिति, पोषण अभियान की प्रगति और मातृ-शिशु स्वास्थ्य से जुड़ी योजनाओं की जमीनी हकीकत का मूल्यांकन करना था।
बैठक में पोषण अभियान के तहत संचालित Family Ration Survey (FRS) की विस्तारपूर्वक समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि जिले के सभी लाभार्थियों का FRS कार्य 100% पूर्ण किया जाना चाहिए। इसके साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि आंगनवाड़ी केंद्रों से जुड़े सभी बच्चों और गर्भवती महिलाओं को नियमित रूप से गुणवत्तापूर्ण पोषाहार उपलब्ध कराया जाए, जिससे उनके पोषण स्तर में उल्लेखनीय सुधार हो सके।
डीएम ने यह भी निर्देशित किया कि जिले के सभी आंगनवाड़ी केंद्रों पर नल-जल योजना के अंतर्गत शुद्ध एवं स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। जहां केंद्रों के पास स्वयं की भूमि और भवन उपलब्ध हैं, वहाँ शौचालय निर्माण को प्राथमिकता पर करते हुए अनिवार्य रूप से पूर्ण कराया जाए ताकि स्वच्छता और स्वास्थ्य संबंधी मानकों का पालन हो सके।
इसके अलावा, जिलाधिकारी श्री सुल्तानिया ने जिले की सभी परियोजनाओं को निर्देशित किया कि वे कम से कम दो आंगनवाड़ी केंद्रों के निर्माण के लिए अपने-अपने क्षेत्रों में उपलब्ध भूमि की सूची जल्द से जल्द जिला कार्यालय को प्रस्तुत करें, जिससे नए केंद्रों के निर्माण की प्रक्रिया समयबद्ध रूप से शुरू की जा सके।
बैठक में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की भी समीक्षा की गई, जिसमें उन्होंने इस माह के निर्धारित लक्ष्यों को शत-प्रतिशत पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि मातृत्व लाभ योजनाएं गर्भवती महिलाओं के पोषण और स्वास्थ्य को बेहतर बनाने की दिशा में एक मजबूत कड़ी हैं, इसलिए इसके क्रियान्वयन में कोई भी ढिलाई स्वीकार नहीं की जाएगी।
जिलाधिकारी ने पोषण ट्रैकर की अद्यतन स्थिति को भी बेहद महत्वपूर्ण बताया और सभी परियोजना अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे पोषण ट्रैकर का नियमित उपयोग सुनिश्चित करें। साथ ही, आंगनवाड़ी केंद्रों का समय-समय पर निरीक्षण कर सभी गतिविधियों का आकलन करें और आवश्यक सुधारात्मक कार्रवाई भी करें, जिससे योजनाओं का लाभ वास्तविक रूप से जरूरतमंदों तक पहुंच सके।
इस महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (बाल विकास परियोजना), बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, जिला समन्वयक (पोषण अभियान), जिला मिशन समन्वयक सहित संबंधित विभागों के अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे। बैठक में योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट, जमीनी समस्याएं और उनके समाधान पर भी गंभीर चर्चा की गई।
भविष्य में भी इस तरह की समीक्षात्मक बैठकें समय-समय पर आयोजित कर योजनाओं के क्रियान्वयन में और अधिक पारदर्शिता व प्रभावशीलता लाने पर बल दिया गया।