चित्रकूट: तौरा गांव में तालाबों से अवैध मिट्टी खनन..

Report By: संजय साहू

चित्रकूट:जिले के पहाड़ी थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले तौरा गांव में इन दिनों भइया तालाब और बड़े तालाब से अवैध मिट्टी खनन का सिलसिला जोरों पर है। ग्रामीणों के अनुसार जेसीबी मशीनों की मदद से इन तालाबों से मिट्टी निकाली जा रही है, जिससे पर्यावरण और जलस्रोतों को गंभीर नुकसान पहुंच रहा है।स्थानीयों ने दी चेतावनी जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो करेंगे प्रदर्शन

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स्थानीय लोगों का कहना है कि दिन-रात कई ट्रैक्टरों के जरिए बिना किसी वैध परमिट या प्रशासनिक अनुमति के मिट्टी का परिवहन किया जा रहा है। यह सब कार्य खुलेआम चल रहा है, लेकिन प्रशासन की ओर से अब तक कोई सख्त कार्रवाई नहीं की गई है।

ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन की मिलीभगत से यह अवैध कारोबार फल-फूल रहा है। तालाबों की खुदाई से क्षेत्र की पारिस्थितिक संतुलन पर संकट खड़ा हो गया है। ये तालाब न केवल सिंचाई और वर्षा जल संचयन का मुख्य साधन हैं, बल्कि पशु-पक्षियों के लिए भी जल आपूर्ति का प्रमुख स्रोत हैं। यदि इसी तरह से मिट्टी का दोहन जारी रहा, तो निकट भविष्य में जल संकट जैसी गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
तौरा गांव के निवासियों ने इस मुद्दे पर तीव्र नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि उन्होंने कई बार स्थानीय प्रशासन और खनन विभाग को शिकायत दी, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। ग्रामीणों ने स्पष्ट शब्दों में चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही अवैध खनन पर रोक नहीं लगी, तो वे धरना-प्रदर्शन और चक्काजाम जैसे आंदोलन के लिए विवश होंगे।

प्रशासन मौन, जिम्मेदार कौन
इस पूरे मामले में प्रशासन की चुप्पी सवालों के घेरे में है। जहां एक ओर सरकार ‘जल संरक्षण’ और ‘पर्यावरण सुरक्षा’ के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च कर रही है, वहीं दूसरी ओर जमीनी स्तर पर ऐसे मामले सरकारी दावों की पोल खोल रहे हैं।

स्थानीय लोगों की मांग है कि
तालाबों से अवैध खनन पर तत्काल रोक लगे
जेसीबी मशीनों और ट्रैक्टरों को जब्त किया जाए
दोषियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए
गांव की प्राकृतिक संपदा को संरक्षित किया जाए

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