डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर भाजपा द्वारा संगोष्ठी का आयोजन

Report By: आसिफ अंसारी

मऊ:भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्य और राष्ट्रवाद के प्रखर प्रवक्ता डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस के अवसर पर भारतीय जनता पार्टी मऊ द्वारा एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम नगर के एस.आर. प्लाजा, भुजौती में आयोजित किया गया, जिसमें भाजपा के वरिष्ठ नेताओं, पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। कार्यक्रम का उद्देश्य डॉ. मुखर्जी के विचारों को जन-जन तक पहुंचाना और उनके राष्ट्रनिर्माण के प्रति योगदान को स्मरण करना था।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं वक्ता भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य देवेंद्र सिंह रहे। उन्होंने डॉ. मुखर्जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि “भारतीय जनता पार्टी आज दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी के रूप में स्थापित हुई है, तो इसके मूल में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का त्याग, संघर्ष और बलिदान है। उन्होंने परिवार और निजी जीवन की चिंता किए बिना, देशहित को सर्वोपरि रखा। आज़ादी के बाद भी जब देश की एकता और अखंडता को चुनौती मिली, तब डॉ. मुखर्जी ने एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान के विरोध में आवाज़ बुलंद की और इसके लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी।”

उन्होंने कहा कि आज जब भारत मजबूत, एकजुट और आत्मनिर्भर राष्ट्र के रूप में विश्वपटल पर खड़ा है, तो इसमें डॉ. मुखर्जी की विचारधारा और उनके बलिदान की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। “हमें चाहिए कि हम सभी कार्यकर्ता उनके विचारों पर चलते हुए राष्ट्रवाद को और मज़बूत करें और जनमानस तक राष्ट्रभक्ति की भावना को पहुँचाएं,” उन्होंने कहा।

भाजपा जिलाध्यक्ष रामाश्रय मौर्य ने अपने उद्बोधन में कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने जिस अखंड भारत के सपने को लेकर अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया, वह सपना आज देश के पुनर्निर्माण के साथ धीरे-धीरे साकार हो रहा है। “उनके विचार आज भी प्रासंगिक हैं और देश के समग्र विकास, लोककल्याण और सामाजिक न्याय की दिशा में पथ प्रदर्शक बने हुए हैं।”

पूर्व जिलाध्यक्ष मुन्ना दुबे ने कहा कि डॉ. मुखर्जी के जीवन से हमें देशभक्ति, त्याग और समर्पण की प्रेरणा मिलती है। उन्होंने अपने मंत्री पद को छोड़कर देश की एकता के लिए संघर्ष किया और अंततः जम्मू-कश्मीर की यात्रा के दौरान बलिदान दे दिया। “आज भाजपा की सरकारें अगर राष्ट्रवादी नीतियों पर काम कर रही हैं, तो उसकी नींव में डॉ. मुखर्जी की सोच और बलिदान निहित है।”

क्षेत्रीय महामंत्री सुनील कुमार गुप्त ने कहा कि 23 जून का यह दिन भारतीय राजनीति के इतिहास में एक महत्वपूर्ण दिवस है। इसी दिन डॉ. मुखर्जी ने देश की अखंडता के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया। “हम सभी भाजपा कार्यकर्ता उन्हें शत-शत नमन करते हैं और उनके दिखाए मार्ग पर चलने का संकल्प लेते हैं।”

पूर्व जिलाध्यक्ष प्रवीण कुमार गुप्त ने कहा कि डॉ. मुखर्जी का जीवन हर भाजपा कार्यकर्ता के लिए एक आदर्श है। उन्होंने जिन विचारों की नींव रखी, आज वे विचार एक सशक्त राष्ट्र की पहचान बन चुके हैं। “उनके द्वारा बोया गया राष्ट्रवाद का बीज आज एक विशाल वटवृक्ष का रूप ले चुका है, जिसमें करोड़ों कार्यकर्ताओं की निष्ठा जुड़ी हुई है।”

इस अवसर पर भाजपा के अनेक वरिष्ठ नेता, पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित रहे। जिनमें प्रमुख रूप से मुन्ना दुबे, सुनील कुमार गुप्त, मनोज राय, भरतलाल राही, अखिलेश तिवारी, विजय नारायण शर्मा, राकेश मिश्रा, संतोष सिंह, आनंद प्रताप सिंह, राघवेंद्र शर्मा, विनय कुमार, संगीता द्विवेदी, सीता राय, संजय पांडेय, संजीव जायसवाल, कृष्ण कांत राय, धर्मेंद्र राय, अंजनी सिंह, अवधेश सोनकर सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।

कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थित जनों ने डॉ. मुखर्जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और राष्ट्रहित में कार्य करने का संकल्प लिया।

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