डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कांग्रेस पर बोला तीखा हमला

संवाददाता: श्रवण कुमार यादव, बाराबंकी

बाराबंकी: भारत के लोकतंत्र के इतिहास में 25 जून 1975 एक ऐसा दिन है जिसे ‘काले अध्याय’ के रूप में याद किया जाता है। ठीक 50 साल पहले इस दिन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा देश में आपातकाल की घोषणा की गई थी, जिसने संविधान, नागरिक अधिकारों और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को कुचल दिया था। इसी महत्वपूर्ण मौके पर बाराबंकी के मेयो इंस्टिट्यूट में आयोजित एक भव्य समारोह में प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने शिरकत की और लोकतंत्र की रक्षा में संघर्ष करने वाले लोकतंत्र सेनानियों को सम्मानित किया।

कार्यक्रम के दौरान डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा,
लोकतंत्र की हत्या करने वालों को देश कभी माफ नहीं करेगा। आपातकाल भारतीय लोकतंत्र का काला अध्याय है। नेहरू-गांधी परिवार के अहंकार और सत्ता लोलुपता ने देश को एक अंधेरे युग में धकेल दिया था।”

ब्रजेश पाठक ने कहा कि 25 जून 1975 की रात संविधान को रौंदा गया, प्रेस की स्वतंत्रता पर ताला जड़ दिया गया और हजारों विपक्षी नेताओं और कार्यकर्ताओं को जेल में डाल दिया गया। उन्होंने कहा कि यह वह समय था जब पूरे देश को एक खुली जेल में तब्दील कर दिया गया था।

डिप्टी सीएम ने कहा कि कांग्रेस की मानसिकता आज भी वैसी ही है। उन्होंने कहा,
कांग्रेस आज भी नरेंद्र मोदी जैसे सामान्य पृष्ठभूमि से आए व्यक्ति को देश का प्रधानमंत्री स्वीकार नहीं कर पा रही है। वह आज भी लोकतांत्रिक मूल्यों का सम्मान करने को तैयार नहीं है।”

कार्यक्रम की विशेष बात यह रही कि उस दौर में आपातकाल की यातनाएं झेलने वाले 12 लोकतंत्र सेनानियों को अंगवस्त्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
सम्मानित किए गए प्रमुख लोकतंत्र सेनानियों में —
अजय सिंह गुरु, सुशील कुमार वर्मा, राम मिलन मिश्रा, लल्लू प्रसाद, ममता गुप्ता, इंदु प्रकाश निगम, प्रहलाद, गोकरण समेत अन्य शामिल थे।
ब्रजेश पाठक ने कहा कि इन सेनानियों का योगदान आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बना रहेगा।

इस अवसर पर आपातकाल के अत्याचारों पर आधारित एक विशेष प्रदर्शनी का उद्घाटन भी डिप्टी सीएम द्वारा किया गया। प्रदर्शनी में उस दौर की दुर्लभ तस्वीरें, दस्तावेज़ और घटनाएं दर्शाई गईं, जिनसे पता चलता है कि किस प्रकार संविधान, प्रेस और जनता की आवाज को दबाया गया था।

कार्यक्रम के अंत में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और प्रभारी मंत्री सुरेश राही ने पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए आम्रपाली और अमरूद के पौधे रोपित किए। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की तरह ही पर्यावरण की रक्षा करना भी हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।

इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। प्रमुख अतिथियों में
प्रभारी मंत्री सुरेश राही, क्षेत्रीय मंत्री संजय गुप्ता, जिलाध्यक्ष अरविंद मौर्य, विधायक साकेंद्र प्रताप वर्मा, एमएलसी अंगद सिंह, एससी-एसटी आयोग के प्रदेश अध्यक्ष बैजनाथ रावत, पूर्व सांसद उपेंद्र सिंह रावत और पूर्व विधायक शरद अवस्थी समेत अनेक जनप्रतिनिधि, बुद्धिजीवी और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल रहे।

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