बिहार में अरवा राइस मिलरों और आरा मशीन संचालकों के समर्थन में सड़क से लेकर संसद तक संघर्ष करेगा माले – सांसद सुदामा प्रसाद

Report By: तारकेश्वर प्रसाद
आरा: आरा सांसद एवं भाकपा माले नेता सुदामा प्रसाद ने सोमवार को आरा स्थित परिषदन में एक अहम बैठक की, जिसमें बिहार प्रदेश अरवा राइस इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रतिनिधि और आरा मशीन संचालक बड़ी संख्या में शामिल हुए। बैठक में राइस मिलरों और आरा मशीन संचालकों ने अपने-अपने गंभीर मुद्दों को सांसद के समक्ष रखा और राज्य सरकार द्वारा हो रहे अन्याय पर गहरी चिंता जताई।
बैठक में अरवा राइस मिलरों ने बताया कि बिहार में धान और चावल अधिप्राप्ति को लेकर केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए कानून को पूरी तरह से लागू नहीं किया जा रहा है। प्राइवेट अरवा राइस मिलों से सरकार चावल की खरीद नहीं कर रही, जबकि बाहर से लाकर चावल मंगवाया जा रहा है। इसका सीधा नुकसान बिहार के स्थानीय मिलरों को हो रहा है, जिससे प्रदेश की लगभग 5300 अरवा राइस मिलें बंद होने के कगार पर पहुंच चुकी हैं। इसका असर लाखों मजदूरों की रोजी-रोटी पर पड़ा है, वहीं मिल मालिकों के बैंक खाते एनपीए (नॉन परफॉर्मिंग एसेट्स) हो चुके हैं।
मिलरों ने यह भी बताया कि बिहार सरकार 3400 रुपए प्रति क्विंटल की दर से चावल अधिप्राप्ति कर रही है, लेकिन उसी चावल को इथेनॉल कंपनियों को मात्र 2250 रुपए प्रति क्विंटल में बेच रही है, जिससे सरकारी राजस्व का सीधा नुकसान हो रहा है। उन्होंने इस प्रक्रिया को “बजट की खुली लूट” करार दिया।
बैठक में शामिल आरा मशीन संचालकों ने भी अपनी समस्याएं सांसद के समक्ष रखीं। छोटे स्तर पर संचालित आरा मशीनों को लाइसेंस और अन्य विभागीय अनुमति के नाम पर परेशान किया जा रहा है। दर्जनों संचालकों ने बताया कि उन्हें विभाग द्वारा अनावश्यक आर्थिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ रहा है। इस पर सांसद सुदामा प्रसाद ने तत्काल संज्ञान लेते हुए भोजपुर जिलाधिकारी से फोन पर बातचीत की और संचालकों की समस्याओं का समाधान निकालने का निर्देश दिया।
बैठक के दौरान सांसद सुदामा प्रसाद ने साफ कहा कि अगर बिहार सरकार ने जल्द ही अरवा राइस मिलरों और आरा मशीन संचालकों की समस्याओं का समाधान नहीं किया, तो माले पार्टी इस मुद्दे को “सड़क से लेकर संसद तक” ले जाएगी। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि आवश्यकता पड़ी तो संसद के पावस कालीन सत्र में इस मुद्दे को जोरदार ढंग से उठाया जाएगा।
सांसद ने सभी मिलरों से एक मजबूत संगठन निर्माण करने का आह्वान किया और 13 जुलाई 2025 को पटना स्थित रविंद्र भवन में व्यवसाय महासंघ के स्थापना सम्मेलन में भाग लेने की अपील की।
इस महत्वपूर्ण बैठक में कई अन्य गणमान्य लोग भी मौजूद थे जिनमें माले जिला कार्यालय सचिव दिलराज प्रीतम, निजी सहायक चंदन कुमार, व्यवसाय संघ के सचिव कृष्ण रंजन गुप्ता, अरवा राइस इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष सचित कुमार यादव, वरिष्ठ राइस मिलर रविंद्र सिंह, अनिल कुमार, मंतोष कुमार गुप्ता, संतु चौधरी, जगन्नाथ प्रसाद और त्रिमूर्ति राय सहित कई अन्य शामिल थे।