आरा नगर निगम के खिलाफ ऑटो चालकों का जोरदार प्रदर्शन, अवैध चुंगी वसूली का आरोप

रिपोर्ट: तारकेश्वर प्रसाद, आरा, बिहार

आरा: आरा नगर निगम के गेट पर आज सुबह ऑटो चालकों और मालिकों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन अवैध चुंगी वसूली के खिलाफ किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में ऑटो चालकों ने हिस्सा लिया। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि नगर निगम के कुछ कर्मियों द्वारा मनमाने ढंग से उनसे चुंगी वसूली की जा रही है, जो पूरी तरह से गैरकानूनी है।

प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि नगर निगम द्वारा जारी किए गए चुंगी टिकट पर ₹15 का शुल्क स्पष्ट रूप से प्रिंट है, लेकिन वास्तव में उनसे ₹40 तक वसूला जा रहा है। चालकों का कहना है कि यह वसूली न तो किसी अधिकृत अधिकारी के माध्यम से हो रही है और न ही इसकी कोई सरकारी रसीद दी जाती है।

प्रदर्शन में शामिल एक ऑटो चालक ने कहा, “हम दिन भर मेहनत करके मुश्किल से कुछ कमा पाते हैं। उस पर यह अवैध चुंगी हमारी जेब पर बोझ बन गई है। रोज़ ₹40 देना हमारे लिए संभव नहीं है, जबकि टिकट पर ₹15 लिखा है। यह साफ़-साफ़ लूट है।”

एक अन्य चालक ने बताया कि कई बार विरोध करने पर उन्हें धमकाया भी गया है और चालान करने की धमकी दी जाती है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह पूरी प्रक्रिया एक सुनियोजित तरीके से संचालित की जा रही है जिसमें कुछ अधिकारी और स्थानीय गुर्गे शामिल हो सकते हैं।

प्रदर्शन के दौरान चालकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने नगर आयुक्त से मुलाकात की और उन्हें ज्ञापन सौंपा। उन्होंने इस अवैध वसूली की शिकायत दर्ज कराई और मांग की कि इस पर तुरंत रोक लगाई जाए। प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त से यह भी आग्रह किया कि दोषी व्यक्तियों की पहचान कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए।

नगर आयुक्त ने प्रतिनिधिमंडल की बातें गंभीरता से सुनी और जांच का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि, “यदि वाकई में अवैध चुंगी वसूली की जा रही है, तो दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। नगर निगम किसी भी प्रकार की गैरकानूनी गतिविधि का समर्थन नहीं करता।”

हालांकि प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा, लेकिन ऑटो चालकों में आक्रोश स्पष्ट रूप से देखा जा सकता था। प्रदर्शनकारियों ने निगम गेट के सामने नारेबाज़ी की और अपनी मांगों के समर्थन में प्लेकार्ड भी लहराए।

प्रदर्शन को स्थानीय व्यापारियों और आम नागरिकों का भी समर्थन मिला। एक स्थानीय दुकानदार ने कहा, “अगर ऑटो चालकों पर इस तरह का दबाव रहेगा, तो इसका असर आम जनता पर भी पड़ेगा। किराया बढ़ेगा और सफर करना मुश्किल हो जाएगा।”

नगर निगम की ओर से अभी तक इस संबंध में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन नगर आयुक्त द्वारा दिए गए आश्वासन के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही इस मुद्दे की जांच कर आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।

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