गुरु पूर्णिमा पर लोधेश्वर धाम में होगा 19वां विशाल भंडारा, पं. प्रभा शंकर शास्त्री गुरुजी ने श्रद्धालुओं को किया आमंत्रित

Report By: श्रवण कुमार यादव
बाराबंकी: गुरु पूर्णिमा का पर्व हर वर्ष श्रद्धा, समर्पण और गुरु-शिष्य परंपरा के प्रतीक के रूप में देशभर में हर्षोल्लास से मनाया जाता है। इसी पावन अवसर पर बाराबंकी जनपद स्थित श्री लोधेश्वर धाम महादेवा में इस वर्ष भी गुरु पूर्णिमा महोत्सव का आयोजन भव्य रूप से किया जा रहा है। महोत्सव की सबसे विशेष कड़ी के रूप में दिनांक 10 जुलाई, गुरुवार को दोपहर 1 बजे से विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा, जो प्रभु इच्छा तक निरंतर चलता रहेगा।
इस पावन अवसर पर आयोजित होने वाला यह भंडारा श्री लोधेश्वर महादेव अन्न क्षेत्र चैरिटेबल सेवा ट्रस्ट के तत्वावधान में संपन्न होगा। ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं इस आयोजन के मुख्य संयोजक पंडित प्रभा शंकर शास्त्री गुरुजी ने क्षेत्रवासियों, श्रद्धालुओं एवं दूर-दराज़ से आने वाले भक्तों से अपील की है कि वे अधिक से अधिक संख्या में पधारें और इस पुण्य अवसर का लाभ लें।
जानकारी के अनुसार, यह 19वां विशाल भंडारा है, जो पंडित प्रभा शंकर शास्त्री गुरुजी की अगुवाई में हर वर्ष निरंतर श्रद्धा, भक्ति और सेवा भाव से आयोजित किया जा रहा है। यह आयोजन केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि समाज सेवा और भक्तजन एकता का भी प्रतीक बन चुका है।
स्थानीय ग्रामीणों, युवा स्वयंसेवकों, भक्त मंडलियों और विभिन्न सामाजिक संगठनों के सहयोग से यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न होता है। आयोजन स्थल पर व्यवस्था, सुरक्षा, सफाई और प्रसाद वितरण की पूरी तैयारी की जा रही है। महिलाओं और बुजुर्गों के लिए विशेष सुविधा की व्यवस्था भी की जाएगी।
श्री लोधेश्वर महादेव मंदिर, जो कि प्राचीन शिव धाम के रूप में प्रसिद्ध है, गुरु पूर्णिमा के दिन विशेष धार्मिक ऊर्जा से ओत-प्रोत रहता है। यहां हर वर्ष हजारों की संख्या में श्रद्धालु भगवान शिव के दर्शन, पूजन और गुरु वंदन हेतु पधारते हैं। इस वर्ष भी भारी संख्या में श्रद्धालुओं के उमड़ने की संभावना है।
गुरु पूर्णिमा के अवसर पर मंदिर प्रांगण में विशेष पूजन, रुद्राभिषेक, हवन-यज्ञ और गुरु पूजन के कार्यक्रम भी संपन्न होंगे। इसके साथ ही भजन-कीर्तन और प्रवचन की श्रंखलाएं भी श्रद्धालुओं के आध्यात्मिक अनुभव को और समृद्ध करेंगी।
पं. प्रभा शंकर शास्त्री गुरुजी ने कहा कि “गुरु पूर्णिमा न केवल गुरु के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का अवसर है, बल्कि यह दिन हमें सेवा, त्याग और विनम्रता का भी संदेश देता है। विशाल भंडारे में भाग लेकर आप न केवल आत्मिक संतोष पाएंगे, बल्कि अन्नदान जैसे महान कर्म से पुण्य का अर्जन भी कर सकेंगे।”
उन्होंने सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध किया है कि वे इस पावन अवसर पर अपने परिवार सहित पधारें, भंडारे का प्रसाद ग्रहण करें और इस आध्यात्मिक आयोजन का हिस्सा बनकर गुरु-भक्ति को चरितार्थ करें।