भूमि अधिग्रहण मामलों की समीक्षा बैठक में डीएम शशांक त्रिपाठी सख्त, अधिकारियों को दिए पारदर्शिता व समयबद्धता के निर्देश

Report By:श्रवण कुमार यादव, बाराबंकी

जनपद बाराबंकी में चल रहे सड़क निर्माण, चौड़ीकरण और अन्य आधारभूत परियोजनाओं के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को पारदर्शी और समयबद्ध बनाने के उद्देश्य से गुरुवार को कलेक्ट्रेट स्थित लोक सभागार में जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।

बैठक में जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि भूमि अधिग्रहण के कार्यों में किसी भी प्रकार की अनियमितता, लापरवाही या भ्रष्टाचार की शिकायत सामने आई तो संबंधित अधिकारियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रभावित लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो और उन्हें उचित मुआवजा समय पर प्राप्त हो।

इस अवसर पर जिलाधिकारी ने जनपद की कई महत्वपूर्ण सड़क परियोजनाओं की विस्तार से समीक्षा की। इनमें चिनहट-देवा-कुर्सी मार्ग, टिकैतनगर बाईपास, हैदरगढ़ मार्ग और देवा-फतेहपुर मार्ग शामिल हैं। उन्होंने संबंधित विभागों को निर्देश दिए कि वे आपसी समन्वय बनाकर कार्यों में तेजी लाएं और यदि किसी भी स्तर पर बाधा उत्पन्न हो रही हो, तो उसका तत्काल समाधान सुनिश्चित किया जाए।

जिलाधिकारी ने विशेष रूप से वन विभाग और विद्युत विभाग से जुड़ी समस्याओं का उल्लेख करते हुए कहा कि इनसे संबंधित सभी अड़चनों को प्राथमिकता के आधार पर दूर किया जाए, ताकि परियोजनाओं को समय पर पूरा किया जा सके। उन्होंने कहा कि देरी का सीधा असर आम जनमानस पर पड़ता है, जिसे हर हाल में रोका जाना चाहिए।

बैठक में उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि जिले में लंबित भूमि अधिग्रहण प्रकरणों का शीघ्र निस्तारण किया जाए। उन्होंने कहा कि पारदर्शिता, जवाबदेही और समयबद्धता प्रशासन की प्राथमिकताएं हैं, और इसी दृष्टिकोण से कार्य करना होगा। सभी अधिकारियों को जनहित को सर्वोपरि रखते हुए कार्य करना चाहिए।

बैठक में उपस्थित प्रमुख अधिकारियों में डीएफओ आकाश दीप बधावन, अपर जिलाधिकारी अरुण कुमार सिंह, एसडीएम अनुराग सिंह, राजेश विश्वकर्मा, विवेकशील यादव, आनंद कुमार तिवारी, कार्तिकेय तथा अधीक्षण अभियंता विद्युत राजबाला सहित अन्य विभागों के अधिकारी शामिल थे। सभी अधिकारियों को जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि वे नियमित रूप से प्रगति की समीक्षा करें और रिपोर्ट प्रस्तुत करें।

बैठक के अंत में जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने कहा कि जनपद के विकास कार्यों को किसी भी हाल में बाधित नहीं होने दिया जाएगा। प्रशासन का प्रयास है कि सभी विकास योजनाएं समय पर पूरी हों और आमजन को इनका लाभ जल्द से जल्द मिले। उन्होंने कहा, “भूमि अधिग्रहण एक संवेदनशील विषय है, और इसमें पारदर्शिता, संवेदनशीलता और त्वरित क्रियान्वयन सबसे ज़रूरी है।”

Related Articles

Back to top button