आरा में टेम्पू चालकों से अवैध वसूली के खिलाफ भड़का गुस्सा, नगर आयुक्त का पुतला दहन

रिपोर्ट: तारकेश्वर प्रसाद, आरा (बिहार)
नगर निगम की मिलीभगत से टेम्पू चालकों से की जा रही अवैध वसूली के खिलाफ बुधवार को बिहार राज्य ऑटो ई-रिक्शा टेम्पू चालक संघ, आरा द्वारा जोरदार प्रदर्शन किया गया। इस विरोध प्रदर्शन के तहत नगर आयुक्त का पुतला फूंका गया, जिसमें सैकड़ों की संख्या में टेम्पू चालक शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने निगम प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और उसे अवैध वसूली का जिम्मेदार ठहराया।
प्रदर्शन जुलूस बस स्टैंड से शुरू होकर शहर के विभिन्न मार्गों से होता हुआ आरा रेलवे स्टेशन परिसर पहुंचा, जहां यह एक जनसभा में तब्दील हो गया। इस जनसभा की अध्यक्षता संघ के सचिव किरण प्रसाद ने की। उन्होंने बताया कि यह आंदोलन टेम्पू चालकों की लगातार अनदेखी और शोषण के खिलाफ है, जो अब असहनीय हो चुका है।
प्रदर्शनकारियों ने नगर निगम द्वारा ठेकेदारों के माध्यम से मनमाने ढंग से वसूली किए जाने का आरोप लगाया। टेम्पू चालकों से एक निर्धारित कूपन की जगह अलग-अलग स्थानों पर मनचाही रकम वसूली जा रही है। विरोध में चालकों की प्रमुख मांग थी कि एक कूपन पर 15 रुपए की वसूली को अनिवार्य किया जाए और इस व्यवस्था को पूरी तरह लागू किया जाए।
अन्य मांगों में सभी टेम्पू एवं ई-रिक्शा चालकों के लिए स्थायी स्टैंड बनाए जाने, स्टैंडों को अतिक्रमण मुक्त रखने, नियमित सफाई, पेयजल सुविधा, प्रत्येक स्टैंड पर दर तालिका लगाने और शीश महल चौक पर नया टेम्पू स्टैंड बनाए जाने की गारंटी देने की बात प्रमुख रही। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि उन्हें यातायात नियमों का पालन करने में कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन पहले प्रशासन अपनी जिम्मेदारियां निभाए।
सभा को संबोधित करते हुए भाकपा-माले के नगर सचिव सुधीर कुमार सिंह, जिला कार्यालय सचिव दिलराज प्रीतम, नगर कमेटी सदस्य राजेंद्र यादव, मनोज गुप्ता, धनंजय सिंह उर्फ छोटे सिंह, राजू ओझा, राजू खान समेत कई वक्ताओं ने नगर निगम प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि निगम के कर्मचारी, अधिकारी और ठेकेदारों की मिलीभगत से एक ही वाहन से कई जगहों पर वसूली की जा रही है।
वक्ताओं ने आरोप लगाया कि टेम्पू चालकों से जबरन वसूली की जाती है, और पैसा न देने पर उनके साथ मारपीट भी होती है। यही नहीं, चालकों को किसी भी प्रकार की सुविधा नहीं दी जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि चालकों का आए दिन पुलिस और अपराधियों द्वारा शोषण किया जाता है। कई मामलों में उन्हें मारपीट का शिकार होना पड़ा है और कुछ मामलों में हत्या तक हो चुकी है, लेकिन प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है।
सभा में मौजूद सभी टेम्पू चालकों ने एक स्वर में चेतावनी दी कि यदि प्रशासन और नगर निगम ने उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया, तो आगामी 5 जुलाई को भोजपुर जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष एक विशाल प्रदर्शन किया जाएगा। साथ ही टेम्पू हड़ताल का भी ऐलान किया गया है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है।
इस आंदोलन में बड़ी संख्या में टेम्पू चालक उपस्थित थे, जिनमें प्रमुख नाम हैं – सुधीर कुमार सिंह, दिलराज प्रीतम, राजेंद्र यादव, मनोज गुप्ता, धनंजय सिंह उर्फ छोटे सिंह, राजू ओझा, अजय यादव, संजय कुमार, सुनील कुमार, चंदन प्रसाद, पप्पू कुमार, मो. शमशाद, गणेश कुमार, अशोक सिंह, सुरेंद्र प्रसाद, कैलाश प्रसाद, श्याम पासवान, प्रिंस कुमार, राहुल कुमार, सनी प्रसाद, आकाश कुमार, समीम कुमार, अभिषेक कुमार, मनोज शाह, सूरज कुमार, प्रमोद केसरी, कमलेश राम और अन्य।
प्रदर्शन में शामिल टेम्पू चालकों ने साफ तौर पर कहा कि अब वे चुप नहीं बैठेंगे। जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने प्रशासन को चेताया कि यदि उचित समाधान नहीं निकला तो आंदोलन और तेज होगा।