श्रद्धेय रामविलास पासवान जी की 79वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई

रिपोर्ट: तारकेश्वर प्रसाद, आरा (बिहार)
आरा स्थित परिसदन में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के तत्वावधान में भारत सरकार के पूर्व मंत्री, पद्म भूषण सम्मानित, स्वर्गीय रामविलास पासवान जी की 79वीं जयंती बड़े ही श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाई गई। इस अवसर पर पार्टी के भोजपुर जिलाध्यक्ष राजेश्वर पासवान की अध्यक्षता में एक गरिमामय समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें जिले भर के कार्यकर्ताओं एवं पार्टी पदाधिकारियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम का उद्घाटन लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रदेश महासचिव एवं भोजपुर जिला प्रभारी पंकज पासवान ने रामविलास जी के तैल चित्र पर माल्यार्पण कर किया। इस अवसर पर छात्र लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के जिलाध्यक्ष विकास सिंह ने मंच संचालन करते हुए पार्टी के उद्देश्यों एवं इस कार्यक्रम की महत्ता पर प्रकाश डाला।
अपने उद्घाटन भाषण में पंकज पासवान ने कहा, “श्रद्धेय रामविलास पासवान जी समाजवाद के प्रखर प्रहरी थे। वे सड़कों से लेकर संसद तक, सदैव वंचितों की आवाज बनकर खड़े रहे।” उन्होंने याद दिलाया कि पासवान जी ने अपने पार्टी घोषणा पत्र में सवर्ण गरीबों के लिए 10% आरक्षण की बात सबसे पहले उठाई थी, साथ ही निजी क्षेत्र में अनुसूचित जाति, जनजाति, दलित और पिछड़ों के लिए आरक्षण की पुरजोर वकालत की थी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे राजेश्वर पासवान ने श्रद्धांजलि स्वरूप कहा, “रामविलास पासवान जी को हम ‘द्वितीय अंबेडकर’ कह सकते हैं। उन्होंने अपने कार्यकाल में जितने उल्लेखनीय कार्य किये, वे युगों तक याद किये जायेंगे।” उन्होंने कहा कि 1989 में विश्वनाथ प्रताप सिंह की सरकार में जब वे श्रम एवं कल्याण मंत्री बने, तो अनुसूचित जाति अत्याचार निवारण अधिनियम को उन्होंने ही लागू करवाया। उनका मानना था कि कानून के जरिए सामाजिक न्याय को मजबूती मिल सकती है।
प्रदेश सचिव सुरेंद्र आज़ाद ने कहा कि जब रामविलास पासवान जी रेल मंत्री बने, तो उन्होंने 95,000 कैजुअल मजदूरों को स्थायी रोजगार दिलाने का काम किया। इससे लाखों परिवारों की आजीविका सुरक्षित हुई।
वहीं, प्रदेश कार्य समिति के सदस्य प्रो. विजय सिंह मुखिया ने रामविलास जी के जीवन की प्रेरणादायक घटना साझा करते हुए कहा, “1969 में उन्हें दो बड़ी खुशियां मिली थीं – एक तरफ आरक्षी उपाधीक्षक के पद पर नियुक्ति पत्र और दूसरी तरफ सोशलिस्ट पार्टी से अलौली विधानसभा सीट का टिकट।” उन्होंने राजनीति को चुना, ताकि समाज के लिए कुछ कर सकें।
यादव रामसकल सिंह भोजपुरिया, प्रदेश कार्य समिति के एक अन्य सदस्य, ने बताया कि रेल मंत्री के रूप में पासवान जी ने कुलियों के लिए रेलवे पास और विश्राम गृह जैसी सुविधाओं की व्यवस्था करवाई थी, जो उनके दलित एवं गरीब वर्ग के प्रति संवेदनशीलता को दर्शाता है।
कार्यक्रम में अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष मनोज पासवान, प्रदेश महासचिव संतोष पासवान, श्रम प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष प्रमोद पासवान, चिकित्सा प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष डॉ. प्रवीण कुमार, महिला प्रकोष्ठ की जिला कार्यकारी अध्यक्ष बबिता चौधरी, संसदीय बोर्ड के जिला कार्यकारी अध्यक्ष राजेश साहू, जिला उपाध्यक्ष विनोद कुमार और संजय पासवान, मीडिया प्रभारी संजू पासवान, विमलेश जी, केडी पासवान, मनीष बुचुली, रामलायक सिंह, कमलेश गुप्ता, राकेश उपाध्याय समेत अनेक पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे।
कार्यक्रम के समापन पर सभी वक्ताओं ने यह संकल्प लिया कि रामविलास पासवान जी के अधूरे सपनों को उनके ‘चिराग’ और समर्पित कार्यकर्ता मिलकर साकार करेंगे। उनकी नीतियों, विचारों और संघर्षों को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य लगातार किया जाएगा।