कुँवर मोनू भास्कर ने बखारेपुर में चलाया वृहद वृक्षारोपण अभियान

रिपोर्ट: श्रवण कुमार यादव
बाराबंकी जिले के सामाजिक सरोकारों से जुड़े एक प्रेरणादायक दृश्य में पर्यावरण प्रेमी और समाजसेवी कुँवर मोनू भास्कर ने ग्राम पंचायत लोधौरा के बखारेपुर गांव में एक वृहद वृक्षारोपण अभियान की शुरुआत की। यह अभियान “एक पेड़ माँ के नाम” मिशन से प्रेरित होकर आरंभ किया गया है, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बढ़ावा दे रहे हैं।
श्री मोनू भास्कर ने अपने जन्मदिवस को विशेष बनाने के लिए एक सराहनीय संकल्प लिया—2001 पौधे न केवल खुद रोपित करना, बल्कि उन्हें वितरित कर लोगों को भी वृक्षारोपण के लिए प्रेरित करना। इस पहल के अंतर्गत गांव के हर घर, आंगन और सार्वजनिक स्थलों पर पौधे लगाए गए। वहीं, गांव की चौपाल पर आयोजित कार्यक्रम में ग्रामीणों को पौधे वितरित किए गए और उन्हें पौधारोपण व देखभाल का महत्व बताया गया।
इस अभियान में ग्राम पंचायत की महिलाओं ने भी बढ़-चढ़कर भाग लिया। उन्होंने न केवल अपने आंगनों में पौधे रोपे, बल्कि इस प्रयास की सराहना करते हुए अपने बच्चों को भी वृक्षों की महत्ता बताई। कई महिलाओं ने कहा कि यह पहल हमारे समाज और पर्यावरण के लिए एक अमूल्य तोहफा है।
बखारेपुर के साथ-साथ महादेवा पब्लिक स्कूल, लोधौरा में भी वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें भाजपा मण्डल महादेवा के पूर्व अध्यक्ष अशोक शुक्ला विशेष रूप से मौजूद रहे। इस अवसर पर विद्यालय के प्रबंधक, अध्यापकगण और छात्र-छात्राओं ने मिलकर पौधे रोपित किए और पर्यावरण संरक्षण की शपथ ली।
यह अभियान केवल एक व्यक्ति की पहल नहीं रहा, बल्कि पूरे समाज की सामूहिक भागीदारी का प्रतीक बन गया। कार्यक्रम में राजेश यादव, शिव शरण प्रजापति, जगजीवन, विशाल गौतम, राकेश अवस्थी, आकाश अवस्थी, क़ुर्बान, नजरू सहित सैकड़ों ग्रामीणों व गणमान्यजनों ने उपस्थिति दर्ज कराई।
प्रबंधक अंजू श्रीवास्तव, अध्यापकगण—विनोद शुक्ला, प्रवीण सिंह, चंद्रशेखर चौबे, सौरभ, निशा, लकी, पवन, शिवराम यादव, कुंदन यादव, रामू यादव, संतोष यादव, सुनील यादव, अरविंद कुमार आदि ने इस अभियान को सफल बनाने में योगदान दिया।
मोनू भास्कर ने कहा
जब तक जीवन है, मैं इस धरा को हरा-भरा बनाने की मुहिम को आगे बढ़ाता रहूंगा। हर नागरिक को चाहिए कि वह कम से कम एक पौधा अपने जीवन में अवश्य लगाएं – अपने माँ, पुत्र या पुत्री के नाम से। इससे न केवल पर्यावरण संरक्षित रहेगा, बल्कि भावी पीढ़ियों को भी शुद्ध वायु और हरियाली का उपहार मिलेगा।”