श्यामा प्रसाद मुखर्जी जयंती पर रामनगर में संगोष्ठी एवं वृक्षारोपण कार्यक्रम

रिपोर्ट: श्रवण कुमार यादव, बाराबंकी
रामनगर:भारतीय जनसंघ के संस्थापक और राष्ट्रवादी चिंतक पंडित श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती के अवसर पर भाजपा मंडल महादेवा द्वारा एक विशेष संगोष्ठी एवं वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन बीपीएन इंटरनेशनल एकेडमी, बम्हनी परिसर में किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में कार्यकर्ता, गणमान्यजन, शिक्षाविद् और छात्र उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि विधान परिषद सदस्य श्री अंगद सिंह, विशिष्ट अतिथि नगर अध्यक्ष श्री रामशरण पाठक और ब्लॉक प्रमुख श्री संजय तिवारी द्वारा पं. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर की गई। इस दौरान परिसर में अनुशासन और भावनात्मक वातावरण देखने को मिला।
कार्यक्रम में भावनात्मक रंग उस समय और गहरा गया जब कवि प्रमोद पंकज सहित अन्य साहित्य प्रेमियों ने राष्ट्रनायक डॉ. मुखर्जी के जीवन और विचारों पर आधारित कविताएं प्रस्तुत कीं। इन काव्य प्रस्तुतियों ने उपस्थित जनसमूह को भाव-विभोर कर दिया और कार्यक्रम को एक वैचारिक ऊंचाई प्रदान की।
मुख्य अतिथि एमएलसी अंगद सिंह ने अपने संबोधन में कहा, “पंडित श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने देश की एकता और अखंडता के लिए जो संघर्ष किया, वह आज भी हमें प्रेरणा देता है। उनका ‘एक विधान, एक प्रधान, एक निशान’ का नारा जम्मू-कश्मीर को भारत में पूर्ण रूप से सम्मिलित करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम था।”
ब्लॉक प्रमुख संजय तिवारी ने युवाओं से मुखर्जी के विचारों को आत्मसात कर राष्ट्र सेवा में योगदान देने का आह्वान किया। वहीं नगर अध्यक्ष रामशरण पाठक ने कहा कि राष्ट्र के प्रति समर्पण और सिद्धांतों की राजनीति ही श्यामा प्रसाद मुखर्जी की असली विरासत है।
संगोष्ठी के बाद कार्यक्रम स्थल पर वृक्षारोपण भी किया गया। अतिथियों व कार्यकर्ताओं ने मिलकर विभिन्न प्रजातियों के पौधे रोपे। इस पहल का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ स्वच्छ और हरा-भरा भारत का निर्माण करना रहा।
इस अवसर पर भाजपा के वरिष्ठ नेता राम सिंह, पं. रविंद्रनाथ तिवारी सहित कई अन्य गणमान्यजनों को उनके सामाजिक योगदान के लिए सम्मानित किया गया। आयोजकों ने प्रतीक चिन्ह व अंगवस्त्र भेंट कर उनका स्वागत किया।
कार्यक्रम में भाजपा कार्यकर्ता, स्थानीय पदाधिकारी, विद्यालय प्रबंधन, छात्र-छात्राएं, और ग्रामीण जनता ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। आयोजकों ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए डॉ. मुखर्जी के आदर्शों पर चलने का संकल्प दोहराया।