आरा कांग्रेस कार्यालय में भारी बवाल और मारपीट, वीडियो वायरल सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल

रिपोर्ट: तारकेश्वर प्रसाद
भोजपुर ज़िले के आरा स्थित कांग्रेस कार्यालय में गुरुवार को उस समय भारी हंगामा और मारपीट हो गई जब छत्तीसगढ़ के भिलाई से आए विधायक और कांग्रेस के बिहार प्रदेश सह प्रभारी देवेंद्र यादव पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलने पहुंचे। इस दौरान दो गुटों के बीच हुई तीखी नोकझोंक ने देखते ही देखते हिंसक रूप ले लिया और दोनों ओर से जमकर लात-घूंसे, गाली-गलौज और मारपीट हुई। घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिससे कांग्रेस की अंदरूनी कलह एक बार फिर सबके सामने आ गई है।
छत्तीसगढ़ के भिलाई विधायक देवेंद्र यादव भोजपुर जिला कांग्रेस के कार्यक्रम में हिस्सा लेने आरा पहुंचे थे। कांग्रेस कार्यालय में उनके स्वागत के लिए कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ जुटी थी। जैसे ही देवेंद्र यादव कार्यालय में दाखिल हुए, उनके समर्थन में नारेबाजी शुरू हो गई – “देवेंद्र यादव जिंदाबाद”, “कांग्रेस पार्टी जिंदाबाद”।
इसी दौरान वहां मौजूद दो गुटों के बीच तू-तू, मैं-मैं शुरू हो गई जो देखते ही देखते हाथापाई में बदल गई। मौके पर मौजूद वरिष्ठ नेताओं ने बीच-बचाव की कोशिश की, लेकिन दोनों पक्षों के उग्र समर्थकों ने एक-दूसरे पर जमकर हमला कर दिया।
घायल कांग्रेस नेता बोले – मुझे 8-10 लोगों ने मिलकर पीटा, सिर पर ईंट मारी गई
घटना में गंभीर रूप से घायल हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुनील कुमार सिंह ने बताया कि वे सिर्फ माहौल शांत करने के लिए गए थे। उन्होंने कहा,
मैं देवेंद्र यादव को सुनने और देखने कांग्रेस कार्यालय गया था। जैसे ही कार्यक्रम शुरू हुआ, दो गुटों के बीच कहासुनी हो गई। मैं दोनों को शांत कराने गया, लेकिन तभी 8-10 लोगों ने मुझे पकड़ लिया, गाली-गलौज करते हुए मारपीट शुरू कर दी। मेरे सिर पर पीछे से किसी ने ईंट मार दी, जिससे गहरी चोट आई है और छह टांके लगे हैं।”
सुनील कुमार सिंह भोजपुर कांग्रेस के पुराने और अनुभवी नेता हैं। वे नवादा थाना क्षेत्र के नवादा मोहल्ले में रहते हैं और वर्तमान में हिंदू महिला कॉलेज में सहायक क्लर्क के पद पर कार्यरत हैं। उनके पिता स्वर्गीय शिवकुमार सिंह भी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रह चुके हैं।
बताया जा रहा है कि मारपीट में शामिल गुटों में से एक गुट कांग्रेस नेता उपेंद्र कुमार सिंह का था, जो कि आगामी चुनाव में आरा विधानसभा सीट से अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। उनके समर्थकों द्वारा किए जा रहे नारेबाजी से दूसरा गुट नाराज़ हो गया। धीरे-धीरे बहस तेज़ हुई और नौबत मारपीट तक पहुंच गई।
सुनील कुमार सिंह ने उपेंद्र कुमार सिंह और उनके समर्थकों पर हमला करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में देरी को लेकर पहले से ही नाराजगी थी और मौके पर माहौल पहले से गर्म था।
देवेंद्र यादव का बयान – कांग्रेस कार्यकर्ता नहीं, बाहरी उपद्रवी थे शामिल
मारपीट के तुरंत बाद मीडिया से बात करते हुए छत्तीसगढ़ के विधायक देवेंद्र यादव ने कहा,
कौन लोग आपस में भिड़े, क्या हुआ, किसे चोट आई – यह तो जांच का विषय है। हमारी जानकारी के अनुसार, जो उपद्रव हुआ, उसमें हमारे कांग्रेस कार्यकर्ता नहीं थे। यह बाहरी तत्वों की करतूत हो सकती है। प्रशासन को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए।”
उन्होंने आगे कहा कि
यदि आज कार्यकर्ताओं पर हमला हुआ है, तो कल मुझ पर भी हमला हो सकता है। प्रशासन और राज्य सरकार की यह जिम्मेदारी है कि नेताओं और कार्यकर्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करें।”
इस पूरी घटना के दौरान स्थानीय प्रशासन की चुप्पी और सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। कार्यक्रम में इतने बड़े नेता की मौजूदगी के बावजूद वहां पर्याप्त सुरक्षा बल नहीं थे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि प्रशासन ने इस कार्यक्रम को गंभीरता से नहीं लिया, जिसकी वजह से स्थिति बेकाबू हो गई।
इस घटना से एक बार फिर स्पष्ट हुआ है कि बिहार कांग्रेस अंदरूनी गुटबाजी और नेतृत्व की लड़ाई से जूझ रही है। आरा विधानसभा क्षेत्र में संभावित टिकट दावेदारों के बीच चल रही खींचतान अब सड़क पर उतर आई है। यह कांग्रेस के लिए भविष्य में गंभीर चुनौती बन सकती है।
घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें साफ देखा जा सकता है कि किस तरह कांग्रेस के झंडे के नीचे पार्टी कार्यकर्ता ही एक-दूसरे पर टूट पड़े। पार्टी की छवि को इससे बड़ा नुकसान पहुंच सकता है। स्थानीय नेताओं ने जांच और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।