पेंशन महोत्सव का भव्य आयोजन: सामाजिक सुरक्षा की ओर एक सशक्त कदम

Report By: तारकेश्वर प्रसाद
बिहार सरकार द्वारा सामाजिक सुरक्षा की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल करते हुए शुक्रवार को राज्यभर में “पेंशन महोत्सव” का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर राजधानी पटना स्थित मुख्यमंत्री आवास ‘संकल्प’ में आयोजित राज्य स्तरीय मुख्य कार्यक्रम में माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के अंतर्गत 1 करोड़ 11 लाख से अधिक लाभार्थियों के खातों में ₹1227.27 करोड़ की बढ़ी हुई राशि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से हस्तांतरित की।
इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण भोजपुर जिले के नागरी प्रचारिणी सभागार, आरा में किया गया, जहां जिले भर से आए हजारों लाभार्थियों, जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में आयोजन को जनमहोत्सव का रूप दे दिया।
भोजपुर जिले में छह प्रमुख सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजनाओं के अंतर्गत जून 2025 के लिए 2,81,043 लाभुकों को प्रति लाभार्थी ₹1100 की दर से कुल ₹30.96 करोड़ की राशि सीधे उनके बैंक खातों में भेजी गई। यह राशि वृद्धजन, विधवा, दिव्यांगजन और असहाय नागरिकों की जीवनयापन में महत्वपूर्ण सहारा बनेगी।
कार्यक्रम में उपस्थित कोइलवर प्रखंड के लोदीपुर गांव की लाभार्थी श्रीमती प्रभावती देवी ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त करते हुए बताया कि कैसे यह पेंशन राशि उनके दैनिक जीवन में स्थायित्व और आत्मनिर्भरता लेकर आई है। उन्होंने राज्य सरकार की अन्य योजनाओं – जैसे वृद्धावस्था पेंशन, इंदिरा गांधी विधवा पेंशन योजना, दिव्यांग पेंशन योजना आदि – से प्राप्त सहयोग की भी सराहना की।
राज्य सरकार द्वारा पेंशन की राशि में की गई वृद्धि को लेकर माननीय पंचायती राज मंत्री एवं प्रभारी मंत्री श्री केदार प्रसाद गुप्ता ने कहा कि पूर्व में मात्र ₹400 मासिक पेंशन मिलती थी, जो महंगाई के इस दौर में अपर्याप्त थी। जनप्रतिनिधियों एवं आम जनता की भावनाओं का सम्मान करते हुए मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने पेंशन की राशि को ₹1100 प्रति माह कर दिया। यह निर्णय राज्य सरकार की संवेदनशीलता और जनकल्याण के प्रति उसकी गहरी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
भोजपुर के जिलाधिकारी श्री तनय सुल्तानिया ने उपस्थित लाभुकों को संबोधित करते हुए सामाजिक सुरक्षा योजनाओं – वृद्धावस्था पेंशन, विधवा पेंशन, दिव्यांग पेंशन, असहाय महिला पेंशन, वृद्धजन सहायता योजना और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय पेंशन योजनाओं – की विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने लाभुकों से योजनाओं के प्रभाव को लेकर फीडबैक भी प्राप्त किया और आश्वासन दिया कि जिले में योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
उन्होंने कहा कि “अब वृद्धजनों, विधवाओं और दिव्यांगजनों को पेंशन के रूप में जो बढ़ी हुई राशि मिल रही है, उससे उनका आत्मसम्मान भी बढ़ेगा और जीवन की गुणवत्ता में सुधार आएगा।”
जिले के सभी प्रखंडों, पंचायतों, राजस्व ग्रामों एवं जीविका ग्राम संगठनों में भी “पेंशन महोत्सव” को उत्साहपूर्वक मनाया गया। स्थानीय स्तर पर भी लाभुकों को सीधे बैंक खातों में पेंशन की राशि का संदेश मिला, जिससे जनमानस में सरकार की लोककल्याणकारी सोच को लेकर सकारात्मक वातावरण बना।
इस अवसर पर भोजपुर जिले की उप विकास आयुक्त श्रीमती गुंजन सिंह, नगर आयुक्त, सामाजिक सुरक्षा उप निदेशक, डीपीओ आईसीडीएस, विकास शाखा के प्रभारी पदाधिकारी, सहायक निदेशक (दिव्यांगजन), उप निदेशक (आत्मा) सहित बड़ी संख्या में अधिकारीगण एवं पेंशनधारी उपस्थित रहे। सभी ने कार्यक्रम को सफल बनाने में सक्रिय भागीदारी निभाई।
“पेंशन महोत्सव” सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि सामाजिक सुरक्षा की दिशा में बिहार सरकार की जन-केंद्रित एवं संवेदनशील नीति का प्रतीक बन गया है। मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य सरकार समाज के कमजोर वर्गों को आर्थिक, सामाजिक एवं मानसिक संबल प्रदान कर रही है, जिससे बिहार एक समावेशी एवं सहानुभूतिशील राज्य के रूप में उभर रहा है।