जवानियाँ गाँव में गंगा कटाव से मची हाहाकार

रिपोर्ट: तारकेश्वर प्रसाद, आरा (बिहार)
भोजपुर: जिले के शाहपुर विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत जवानियाँ गाँव में गंगा नदी का कटाव अब विकराल रूप ले चुका है। हर बीतते दिन के साथ गंगा की धारा गाँव की ओर तेज़ी से कटाव करती जा रही है, जिससे सैकड़ों ग्रामीणों के घर-द्वार और उपजाऊ खेत खतरे में पड़ गए हैं। ग्रामीणों के बीच भय और असुरक्षा का माहौल गहराता जा रहा है। इस ज्वलंत समस्या का जायजा लेने के लिए आज क्षेत्र की समाजसेविका और प्रख्यात समाज सुधारक डॉ. पद्मा ओझा ने जवानियाँ गाँव का दौरा किया।
डॉ. ओझा ने गंगा के तट पर कटाव प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया और स्थानीय ग्रामीणों से विस्तार से बातचीत की। निरीक्षण के दौरान ग्रामीणों ने बताया कि बीते कुछ वर्षों में गंगा का प्रवाह अचानक दिशा बदलकर गाँव की ओर खिसकने लगा है। कई घर, खेत, बाग-बगिचे और खलिहान नदी में समा चुके हैं। ग्रामीणों का कहना है कि वे कई बार प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन और सूचना दे चुके हैं लेकिन उनके दुख-दर्द को सुनने और समाधान करने के लिए आज तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
यह सिर्फ प्राकृतिक आपदा नहीं है, यह प्रशासनिक लापरवाही का परिणाम है। यदि समय रहते गंगा के किनारे तटबंदी और कटाव रोकने के उपाय किए जाते तो आज गाँव के लोगों को अपनी जमीन और घर गंवाने की नौबत नहीं आती। गंगा मैया के साथ गाँव के लोगों का जीवन भी खतरे में है। प्रशासन को तुरंत आपातकालीन कदम उठाने की ज़रूरत है।”
निरीक्षण के दौरान डॉ. ओझा ने स्थानीय अधिकारियों, शाहपुर के अंचलाधिकारी (CO) और जगदीशपुर के एसडीएम से फोन पर बातचीत की और उन्हें ग्रामीणों की परेशानियों से अवगत कराया। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि—
प्रभावित परिवारों के पुनर्वास की व्यवस्था की जाए।
फसल और मकानों के नुकसान का सर्वे कर मुआवजा दिलाया जाए।
मवेशियों की सुरक्षा के लिए भी उचित इंतज़ाम किए जाएं।
गाँव में कटाव को देखते हुए आपदा प्रबंधन टीम को अलर्ट मोड पर रखा जाए
ग्रामीणों ने बताया कि कई बार गंगा में उफान आने पर रात में भी लोग जागकर अपनी ज़िंदगी की रखवाली करते हैं। कई बार बच्चों, बुजुर्गों और मवेशियों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाना पड़ता है। बाढ़ और कटाव की वजह से बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। खेत उजड़ने से किसान अब रोजगार के लिए पलायन करने को मजबूर हो रहे हैं।
डॉ. ओझा ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि वे इस मुद्दे को जिला प्रशासन से लेकर राज्य सरकार तक पहुंचाएंगी। उन्होंने कहा
जवानियाँ गाँव के लोगों को उनके हाल पर नहीं छोड़ा जाएगा। मैं खुद मुख्यमंत्री से मिलकर इस कटाव के मुद्दे को प्रमुखता से उठाऊंगी। आप सबका हक है कि आपको सुरक्षित जीवन, शिक्षा और आजीविका मिले।”
इस मौके पर गाँव के प्रमुख किसान नेता रामाधार ओझा, महिला पंचायत सदस्य रीता देवी, युवा नेता विकास यादव सहित सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित रहे। ग्रामीणों ने एक स्वर में प्रशासन से जल्द से जल्द ठोस कदम उठाने की मांग की है।