राजकीय हाई स्कूल मित्तई देवां में धूमधाम से मनाया गया 79वां स्वतंत्रता दिवस

Report By: श्रवण कुमार यादव
बाराबंकी: स्वतंत्रता दिवस की 79वीं वर्षगांठ के अवसर पर राजकीय हाई स्कूल मित्तई देवां में देशभक्ति के जज़्बे से ओत-प्रोत एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का नेतृत्व विद्यालय की प्रधानाध्यापिका दीपमाला वर्मा ने किया।
सुबह की शुरुआत प्रभात फेरी से हुई, जिसमें विद्यालय के विद्यार्थी हाथों में राष्ट्रीय ध्वज और विद्यालय का बैनर लिए उत्साह और गर्व के साथ निकले। प्रभात फेरी के दौरान बच्चों ने “भारत माता की जय”, “वंदे मातरम” और “जय हिंद” जैसे देशभक्ति के नारों से पूरे क्षेत्र का वातावरण गूंजा दिया।
विद्यालय प्रांगण में ध्वजारोहण समारोह का आयोजन किया गया। तिरंगे के फहराते ही राष्ट्रीय गान की गूंज ने सभी को भाव-विभोर कर दिया। इसके बाद प्रधानाध्यापिका दीपमाला वर्मा ने माध्यमिक शिक्षा मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) उत्तर प्रदेश और शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) का संदेश पढ़कर सुनाया। इस संदेश ने विद्यार्थियों में देश के प्रति निष्ठा और राष्ट्र सेवा के संकल्प को और दृढ़ कर दिया।
समारोह में ग्राम प्रधान प्रतिनिधि संतोष जी और समाजसेवी सत्येंद्र कुमार मौर्या विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उनके संबोधन ने विद्यार्थियों को राष्ट्रहित में शिक्षित होकर योगदान देने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता केवल हमारे अधिकारों की गारंटी नहीं देती, बल्कि यह हमसे कर्तव्यों के निर्वहन की भी अपेक्षा करती है।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने समारोह में चार चांद लगा दिए। विद्यार्थियों ने देशभक्ति गीत, कविताएं और नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों का मन मोह लिया। इन प्रस्तुतियों में राष्ट्रप्रेम, एकता और बलिदान का संदेश स्पष्ट रूप से दिखाई दिया।
अपने उद्बोधन में प्रधानाध्यापिका दीपमाला वर्मा ने कहा कि शिक्षा राष्ट्र की प्रगति का सबसे बड़ा हथियार है, और प्रत्येक विद्यार्थी को न केवल ज्ञान अर्जित करना चाहिए, बल्कि उसे समाज और देश के हित में उपयोग भी करना चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों को ईमानदारी, अनुशासन और मेहनत को जीवन का मूल मंत्र बनाने की सलाह दी।
कार्यक्रम में शिक्षक अनीता रावत, अंजू शुक्ला, आरती चौधरी, आरती वर्मा, भावना, तथा कार्यालय सहायक विपिन कुमार जायसवाल समेत पूरा विद्यालय परिवार मौजूद रहा। अंत में राष्ट्रगान के साथ समारोह का समापन हुआ, और सभी ने एकजुट होकर राष्ट्र की सेवा में योगदान देने का संकल्प लिया।