प्रधानमंत्री आवास योजना में रिश्वतखोरी का भंडाफोड़, पंचायत सहायक रंगे हाथ गिरफ्तार

ReportBy: तारकेश्वर प्रसाद
आरा : प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) में भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी का एक और मामला उजागर हुआ है। निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने बुधवार की शाम बड़ी कार्रवाई करते हुए चकिया पंचायत के आवास सहायक मनीष कुमार को 5 हजार रुपये घूस लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई फतेहपुर बाजार में की गई, जहां आरोपी को जाल बिछाकर पकड़ा गया।
जानकारी के अनुसार, आरोपी मनीष कुमार ने प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) की तीसरी किस्त जारी करने के नाम पर लाभुक से 10 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की थी। इस मामले की शिकायत फतेहपुर निवासी रामजी सिंह ने निगरानी विभाग से की थी। शिकायत के बाद विभाग ने सत्यापन कर कार्रवाई की योजना बनाई।
लाभुक पहले ही 5 हजार रुपये रिश्वत के रूप में आरोपी को दे चुका था, लेकिन इसके बावजूद उसकी तीसरी किस्त जारी नहीं की गई थी। इसके बाद जब आरोपी शेष 5 हजार रुपये लेने आया, तभी निगरानी विभाग की टीम ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया।
निगरानी विभाग की यह कार्रवाई लगातार दूसरी सफलता मानी जा रही है। इससे पूर्व 10 जुलाई को पीरो में राजस्व कर्मचारी राजा कुमार दास को भी 20 हजार रुपये घूस लेते गिरफ्तार किया गया था। यह घटनाएँ बताती हैं कि सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार अब भी एक बड़ी चुनौती बना हुआ है।
इस पूरी कार्रवाई का नेतृत्व डीएसपी गौतम कृष्ण ने किया। टीम में इंस्पेक्टर नजीमुद्दीन, पीटीसी मनोज, एएसआई रविशंकर और सिपाही पंकज कुमार राम सक्रिय रूप से शामिल रहे। वहीं, डीएसपी विपुल कुमार, शैलेन्द्र शुक्ला और कुमार रितेश ने भी पूरी कार्रवाई के दौरान मार्गदर्शन और सहयोग दिया।
इस घटना के बाद स्थानीय क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। आम लोगों का कहना है कि सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं को भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ाना बेहद शर्मनाक है। निगरानी विभाग की इस कार्रवाई से ग्रामीणों में एक ओर जहां राहत की भावना है, वहीं भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच डर का माहौल भी देखने को मिल रहा है।
सरकारी योजनाओं का लाभ सही पात्रों तक पहुंचे और गरीबों को उनका हक समय पर मिले, इसके लिए ऐसे अभियानों को लगातार जारी रखने की जरूरत है। प्रधानमंत्री आवास योजना जैसे कल्याणकारी कार्यक्रमों में भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाना प्रशासन और निगरानी एजेंसियों की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है।