गर्लफ्रेंड का नाम सीने पर टैटू बनवाने पर युवक की जमकर पिटाई, आरा सदर अस्पताल में भर्ती

Report By: तारकेश्वर प्रसाद

आरा : बिहार के भोजपुर जिले में प्रेम प्रसंग को लेकर मंगलवार की देर शाम एक सनसनीखेज घटना सामने आई। मुफस्सिल थाना क्षेत्र अंतर्गत छोटकी सनदिया गांव के पूर्वी टोला में एक युवक को गांव वालों ने बेरहमी से पीट दिया। घायल युवक की पहचान समहुत यादव के 20 वर्षीय पुत्र बबलू कुमार के रूप में हुई है। बताया जाता है कि युवक ने अपनी पहली गर्लफ्रेंड के नाम का टैटू अपने सीने पर बनवा लिया था, जिसके चलते विवाद गहराया और उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया गया।

मामले के अनुसार, बबलू कुमार लंबे समय से गांव की ही एक लड़की को जानता था। उसने लड़की के नाम का टैटू अपने सीने पर बनवा लिया था। यह बात जब सामने आई तो लड़की के परिवार वालों को शक हुआ और विवाद बढ़ गया। मंगलवार की शाम बबलू और लड़की से जुड़ी बातचीत को लेकर गांव में तनाव बढ़ा और कुछ लोगों ने मिलकर युवक पर हमला कर दिया।

पीड़ित युवक को डंडों से इतनी बेरहमी से पीटा गया कि उसके सीने और दाहिने जांघ पर गंभीर चोटों के निशान बन गए। इतना ही नहीं, हमलावरों ने चाकू से उसके पैर की उंगली काटने की भी कोशिश की। घायल अवस्था में परिजनों ने तत्काल उसे आरा सदर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसका इलाज चल रहा है।

युवक बबलू कुमार ने बताया कि पिछले एक साल से गांव की एक लड़की अक्सर उसे देखा करती थी और बातचीत करने की कोशिश करती थी, लेकिन उसने कभी उससे सीधे बात नहीं की। इसके बावजूद लड़की के भाई को शक हुआ और पहले भी उसे मारपीट का सामना करना पड़ा था। इस बार मामला टैटू से जुड़ने के बाद और भी गंभीर हो गया।

घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आज की युवा पीढ़ी में प्रेम संबंध और व्यक्तिगत फैसले किस तरह से सामाजिक तनाव और हिंसा का कारण बन रहे हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि अक्सर ऐसे मामलों में युवाओं की पढ़ाई और भविष्य प्रभावित होता है। कई बार प्यार के नाम पर लिए गए जल्दबाजी के फैसले परिवार और समाज में टकराव की वजह बन जाते हैं।

गांव के लोगों के अनुसार, यह घटना सिर्फ एक व्यक्तिगत विवाद नहीं है बल्कि यह सामाजिक मानसिकता से भी जुड़ी है। ग्रामीण परिवेश में ऐसे रिश्तों को लेकर परिवार और समाज का विरोध अक्सर हिंसक रूप ले लेता है। यही कारण है कि छोटे विवाद भी कभी-कभी बड़े झगड़े में बदल जाते हैं।

फिलहाल घायल युवक अस्पताल में भर्ती है और पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। परिजन घटना से आक्रोशित हैं और आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

यह घटना युवाओं के लिए भी एक सबक है कि भावनाओं में बहकर उठाए गए कदम कभी-कभी खतरनाक साबित हो सकते हैं। समाजशास्त्रियों का मानना है कि ऐसे मामलों में परिवारों को संवाद और समझदारी से काम लेना चाहिए, ताकि विवाद की स्थिति टाली जा सके और युवाओं का जीवन सुरक्षित रह सके।

Mukesh Kumar

मुकेश कुमार पिछले 3 वर्ष से पत्रकारिता कर रहे है, इन्होंने सर्वप्रथम हिन्दी दैनिक समाचार पत्र सशक्त प्रदेश, साधना एमपी/सीजी टीवी मीडिया में संवाददाता के पद पर कार्य किया है, वर्तमान में कर्मक्षेत्र टीवी वेबसाईट में न्यूज इनपुट डेस्क पर कार्य कर रहे है !

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