एस.आर. ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स में मानसिक स्वास्थ्य पर वर्कशॉप आयोजित

Report By : कर्मक्षेत्र टीवी डेस्क
लखनऊ : एस.आर. ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स, बक्शी का तालाब में ग्लोबल वीक ऑफ मेंटल हेल्थ एंड वेलबीइंग के तहत एक विशेष वर्कशॉप एवं इंटरएक्टिव सेशन का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम लायंस क्लब लखनऊ शान-ए-अवध डायमंड की ओर से आयोजित किया गया, जो लायंस क्लब इंटरनेशनल प्रेसिडेंट ए.पी. सिंह जी की पहल का हिस्सा है। इस पहल के अंतर्गत 4 से 12 अक्टूबर तक मानसिक स्वास्थ्य, जागरूकता और वेलबीइंग से जुड़ी गतिविधियाँ विभिन्न संस्थानों में आयोजित की जा रही हैं।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पीयूष सिंह चौहान, वाइस चेयरमैन, एस.आर. ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स रहे। उनके साथ लायन मुकेश जैन (IPDG), लायन दलजीत सिंह टोनी (VDG 2), लायन विशाल सिन्हा, लायन जग्गी और अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे। सभी अतिथियों ने विद्यार्थियों को मानसिक स्वास्थ्य के महत्व पर प्रेरक संदेश दिए और तनाव प्रबंधन के लिए व्यावहारिक उपाय साझा किए।
कार्यक्रम की मुख्य वक्ता डॉ. आस्था शर्मा, सीनियर क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट, निर्वाण हॉस्पिटल, ने विद्यार्थियों को स्ट्रेस मैनेजमेंट और मेंटल वेलबीइंग पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने समझाया कि तनाव जीवन का हिस्सा है, लेकिन इसे नियंत्रित और सकारात्मक दिशा में मोड़ना ही सच्ची मानसिक शक्ति है। उन्होंने विद्यार्थियों को ध्यान, आत्म-चिंतन और समय प्रबंधन जैसे उपाय अपनाने की सलाह दी, जिससे वे जीवन में मानसिक रूप से सशक्त बन सकें।

इस वर्कशॉप में लगभग 500 विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और सवाल-जवाब के सत्र में बढ़-चढ़कर अपनी जिज्ञासाएँ व्यक्त कीं। छात्रों ने बताया कि इस कार्यक्रम से उन्हें अपने मानसिक स्वास्थ्य और सकारात्मक सोच के महत्व को समझने में गहरी मदद मिली।
इस अवसर पर लायन ज्ञानेंद्र प्रताप (अध्यक्ष), लायन नवीन कु. झिंगारण, लायन राजकुमार, लायन सुनील मोहन, लायन निलेश सोनकर, लायन संजीव सक्सेना सहित क्लब के अन्य सदस्य भी उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर इस पहल को युवाओं के जीवन में एक सकारात्मक बदलाव की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया।
कार्यक्रम का समापन पीयूष सिंह चौहान जी के प्रेरणादायक संबोधन के साथ हुआ। उन्होंने कहा कि “मानसिक रूप से सशक्त रहना सफलता की पहली शर्त है। तनाव से भागने के बजाय उसे समझना और सकारात्मक दृष्टिकोण से संभालना हर छात्र के जीवन में आवश्यक है।”
इस आयोजन ने न केवल विद्यार्थियों को मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया, बल्कि उन्हें जीवन की चुनौतियों का सामना करने के लिए एक संतुलित और आत्मविश्वासी दृष्टिकोण अपनाने के लिए भी प्रेरित किया।