भारत निर्वाचन आयोग के व्यय प्रेक्षकों ने वैशाली में मीडिया, सोशल मीडिया, पेड न्यूज और एमसीएमसी कोषांग का किया निरीक्षण

Report By: मृत्युंजय ठाकुर
वैशाली, बिहार : आगामी विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों की घोषणा के साथ ही पूरे राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू हो चुकी है। चुनाव प्रक्रिया को निष्पक्ष, पारदर्शी और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के उद्देश्य से भारत निर्वाचन आयोग ने जिला स्तर पर सभी व्यवस्थाओं की गहन समीक्षा शुरू कर दी है। इसी क्रम में शनिवार, 12 अक्टूबर 2025 को आयोग द्वारा प्रतिनियुक्त व्यय प्रेक्षक रुपेश सुकुमार और आशुतोष शर्मा ने वैशाली जिला के मीडिया / सोशल मीडिया – सह – पेड न्यूज – सह – एमसीएमसी कोषांग का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान व्यय प्रेक्षकों ने कोषांग की कार्यप्रणाली का विस्तार से अवलोकन किया और नोडल पदाधिकारी (मीडिया) को सोशल मीडिया से जुड़ी गतिविधियों की निगरानी के संबंध में विशेष दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि चुनाव अवधि में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर किसी भी प्रकार की भ्रामक सूचना, अफवाह या आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने वाली सामग्री को तुरंत चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी।
व्यय प्रेक्षकों ने बताया कि आयोग के निर्देशानुसार फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम, ट्विटर (एक्स) सहित सभी डिजिटल प्लेटफॉर्म पर प्रचार से जुड़ी गतिविधियों पर कड़ी और सतत निगरानी रखी जाएगी। इसके लिए एक विशेष सोशल मीडिया मॉनिटरिंग टीम गठित की गई है, जो 24 घंटे सक्रिय रहकर चुनाव संबंधी सभी ऑनलाइन गतिविधियों की समीक्षा करेगी।
सूत्रों के अनुसार, चुनाव अधिसूचना जारी होने के साथ ही सभी संभावित उम्मीदवारों को निर्देश दिया गया है कि वे सोशल मीडिया पर प्रचार सामग्री प्रसारित करने से पहले उसकी अनुमोदन प्रक्रिया पूरी करें। बिना अनुमति किसी भी प्रकार का प्रचार करने पर संबंधित उम्मीदवार के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी और उस प्रचार की लागत उनके चुनाव खर्च में जोड़ी जाएगी।

इसके अतिरिक्त आयोग ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि किसी भी प्रकार की अभद्र भाषा, धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाले संदेश या जातिगत टिप्पणी जैसी सामग्रियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
निरीक्षण के दौरान व्यय अनुश्रवण कोषांग के नोडल पदाधिकारी, आदर्श आचार संहिता कोषांग के नोडल अधिकारी, C-Vigil टीम, आईटी मैनेजर एवं संबंधित कर्मी उपस्थित रहे।
यह निरीक्षण इस बात का प्रतीक है कि भारत निर्वाचन आयोग निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव सुनिश्चित करने के लिए हर स्तर पर सक्रियता से निगरानी कर रहा है, ताकि मतदाताओं को स्वतंत्र वातावरण में मतदान का अवसर मिल सके।