शादियाबाद में युवक ने दिखाई मानवता की मिसाल, पोखरी में डूब रहे बछड़े की बचाई जान

Report By: आसिफ़ अंसारी
गाज़ीपुर : कस्बा शादियाबाद में गुरुवार को एक भावुक और प्रेरणादायक घटना सामने आई, जिसने इंसानियत की सच्ची मिसाल पेश की। कस्बे के बस स्टैंड के पास स्थित पोखरी में एक गाय का बछड़ा अचानक फिसलकर पानी में गिर गया और धीरे-धीरे डूबने लगा। पोखरी की गहराई और ऊपर फैली जलकुंभी के कारण हालात बेहद विकट हो गए थे।
इस बीच वहां से गुजर रहे आफताब अहमद की नज़र जब बछड़े पर पड़ी, तो उन्होंने तुरंत लोगों को आवाज़ लगाई। कुछ ही देर में आसपास के लोग मौके पर इकट्ठा हो गए। स्थिति को देखकर किसी की भी हिम्मत नहीं हो रही थी कि वह पोखरी में उतरे, क्योंकि पानी गहरा था और जलकुंभी के कारण फंसने का खतरा बना हुआ था।
तभी समाजवादी विचारधारा से जुड़े युवा एहतेशाम सिद्दीकी ने बिना देर किए साहस दिखाया और अपनी जान की परवाह किए बिना पोखरी में उतर गए। उन्होंने काफी मुश्किलों के बाद बछड़े को पकड़कर किनारे तक पहुंचाया। उपस्थित लोगों ने राहत की सांस ली और एहतेशाम के इस अदम्य साहस की सराहना की।
मौके पर शाहिद भाई, परवेज, मिस्टर शारदा उर्फ पिंटू कनौजिया, आफताब अहमद, सोनू अंसारी, पिंटू अंसारी, अखिलेश कुशवाहा, सुबह राम, पुन्नू कुशवाहा समेत कई स्थानीय लोग मौजूद रहे। सभी ने एहतेशाम सिद्दीकी की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने सच्चे अर्थों में मानवता का परिचय दिया है।
स्थानीय लोगों ने कहा कि इस तरह के उदाहरण समाज में करुणा और संवेदनशीलता की भावना को जीवित रखते हैं। गाय के बछड़े को बचाकर एहतेशाम ने न केवल एक निर्दोष जीव की जान बचाई, बल्कि यह संदेश भी दिया कि संकट की घड़ी में साहस और संवेदना सबसे बड़ी ताकत होती है।
ग्रामवासियों ने एहतेशाम भाई को इस नेक कार्य के लिए धन्यवाद और शुभकामनाएँ दीं तथा कहा कि उनका यह कदम हमेशा लोगों के लिए प्रेरणा बना रहेगा।