कायमनगर संस्कृत उच्च विद्यालय में भव्य आयोजन, राष्ट्रगीत गूंजा पूरे परिसर में

Report By: तारकेश्वर प्रसाद
आरा: भोजपुर जिले में शुक्रवार को एक ऐतिहासिक और गौरवशाली अवसर मनाया गया। राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम’ की रचना को पूरे 150 वर्ष पूर्ण होने पर जिले के सभी विद्यालयों में कार्यक्रम आयोजित किए गए। शासन के निर्देशानुसार इस दिवस को एक राष्ट्रीय उत्सव के रूप में मनाने की पहल की गई, ताकि नई पीढ़ी को राष्ट्रभक्ति और भारतीय संस्कृति के गौरव से परिचित कराया जा सके।
इसी क्रम में कोईलवर प्रखंड अंतर्गत कायमनगर संस्कृत उच्च विद्यालय में भी सुबह 10 बजे से विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विद्यालय परिसर में समस्त छात्र, छात्राएँ और शिक्षक एकत्र हुए और एक स्वर में राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम’ का गान किया। पूरे विद्यालय में “वंदे मातरम” के उद्घोष से वातावरण देशभक्ति से गूंज उठा।
विद्यालय के प्रधानाध्यापक राजेश त्रिपाठी ने इस अवसर पर छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि
आज का दिन हमारे देश के इतिहास में एक विशेष महत्व रखता है। ठीक आज ही के दिन, 7 नवंबर 1875 को महान साहित्यकार बंकिम चंद्र चटर्जी ने वंदे मातरम की रचना की थी। इस गीत ने न केवल स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भारतवासियों में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार किया, बल्कि यह हमारे राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक बन गया। आज इस गीत को 150 वर्ष पूरे हो चुके हैं, जो हमारे लिए गर्व और सम्मान का विषय है।”
प्रधानाध्यापक ने आगे बताया कि शासन के निर्देशानुसार यह आयोजन केवल एक दिन का नहीं, बल्कि पूरे वर्षभर चार चरणों में मनाया जाएगा। पहला चरण 7 नवंबर से प्रारंभ हुआ है, जिसमें विभिन्न विद्यालयों में राष्ट्रगीत के गायन, निबंध लेखन, भाषण प्रतियोगिता और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इसका उद्देश्य छात्रों में देशभक्ति की भावना जागृत करना और भारतीय परंपरा एवं संस्कृति के प्रति सम्मान विकसित करना है।
इस मौके पर विद्यालय के शिक्षकों ने भी वंदे मातरम के ऐतिहासिक महत्व पर अपने विचार रखे। उन्होंने बताया कि यह गीत स्वतंत्रता आंदोलन का आत्मा बन गया था, जिसने असंख्य युवाओं को देश के लिए बलिदान देने की प्रेरणा दी।
कार्यक्रम के अंत में विद्यालय प्रबंधन की ओर से सभी छात्रों को राष्ट्रगीत के महत्व को समझने और उसे अपने जीवन में आत्मसात करने की अपील की गई। साथ ही “एक भारत श्रेष्ठ भारत” के संकल्प को साकार करने का संदेश दिया गया।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से शिक्षकगण, छात्र-छात्राएँ, अभिभावक और स्थानीय गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। विद्यालय परिसर में तिरंगे झंडों और पोस्टरों से देशभक्ति का वातावरण सजा हुआ था। “वंदे मातरम”, “भारत माता की जय” और “जय हिंद” के नारों से पूरा परिसर गूंज उठा।





