अमूल्य वेलनेस सेंटर पर उठे सवाल फर्जी क्लिनिक के संचालन की जांच की मांग तेज

Report By: आसिफ अंसारी
गाजीपुर जनपद के जंगीपुर थाना क्षेत्र में हंसराजपुर (नसीरपुर, पेट्रोल पंप के पास) स्थित अमूल्य वेलनेस सेंटर एवं एक्यूप्रेशर थेरेपी सेंटर इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि प्राकृतिक चिकित्सा और एक्यूप्रेशर थेरेपी के नाम पर यहां बिना किसी सरकारी मान्यता और चिकित्सीय योग्यता के फर्जी क्लिनिक संचालित किया जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार, सेंटर का संचालन प्रो. बी. यादव नामक व्यक्ति द्वारा किया जा रहा है, जो खुद को प्राकृतिक चिकित्सक और थेरेपिस्ट बताते हैं। उनका दावा है कि सेंटर पर हर्बल ट्रीटमेंट, एक्यूप्रेशर और नेचुरोपैथी के माध्यम से मरीजों का इलाज किया जाता है। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग से किसी प्रकार की मान्यता, रजिस्ट्रेशन नंबर या लाइसेंस प्रदर्शित नहीं किया गया है, जिससे सेंटर की वैधता पर सवाल उठ रहे हैं।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि सेंटर पर न तो कोई एमबीबीएस या बीएएमएस डिग्रीधारी डॉक्टर मौजूद रहता है और न ही किसी मानक चिकित्सा पद्धति का पालन किया जाता है। मरीजों से उपचार के नाम पर शुल्क वसूला जाता है, जबकि इलाज के तौर पर केवल हर्बल उत्पादों की बिक्री और एक्यूप्रेशर थेरेपी का दिखावा किया जाता है।
गांव के कई लोगों ने बताया कि कुछ विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत के कारण यह सेंटर अब तक बिना जांच के चल रहा है। स्थानीय निवासियों ने स्वास्थ्य विभाग से इसकी संपूर्ण जांच कराने की मांग की है, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि क्या वास्तव में यह केंद्र नियमों के अनुसार कार्य कर रहा है या लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
एक निवासी ने कहा —
यहां बिना डिग्री और बिना लाइसेंस के इलाज के नाम पर लोगों से पैसा लिया जा रहा है। कोई गंभीर मरीज यहां आ जाए तो उसकी जान को भी खतरा हो सकता है।”
इस पूरे मामले में स्वास्थ्य विभाग की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं। लोगों का कहना है कि अगर विभाग समय-समय पर निरीक्षण करता तो ऐसे फर्जी क्लिनिकों का संचालन संभव नहीं होता।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनों ने भी इस विषय को गंभीर बताते हुए जिला प्रशासन से कठोर कार्रवाई की मांग की है।





