रोहिणी ने किया खुलासा: पिता के लिए किडनी दान करना बना उसके लिए दर्दनाक अनुभव

Report By: बिहार डेस्क

एक बेटी का अपने पिता के प्रति प्यार और बलिदान आज एक दर्दनाक विवाद में बदल गया है। रोहिणी (नाम बदलकर), जो अपनी निजी ज़िंदगी और परिवार के निर्णयों को लेकर सोशल मीडिया पर खुलासा कर रही हैं, ने बताया कि उन्होंने अपने पिता की जान बचाने के लिए अपनी किडनी दान की। हालांकि इस कदम के लिए उन्हें अब अपमान और गालियां सुननी पड़ रही हैं।

रोहिणी का कहना है कि उन्होंने यह निर्णय अपने पिता की जान बचाने के लिए लिया और इस दौरान उन्होंने अपने परिवार, पति या ससुराल से अनुमति नहीं ली। उन्होंने बताया कि किडनी दान के समय उन्होंने करोड़ों रूपए के खर्च को भी झेला, और टिकट लेकर अस्पताल गईं।



रोहिणी की जुबानी
“मैंने अपने पिता को अपनी किडनी दी, ताकि वह जीवित रहें। लेकिन आज मुझे गालियां दी जा रही हैं और कहा जा रहा है कि मैं गंदी हूँ। मेरे लिए यह बहुत बड़ा दुख है। मैं सभी बेटियों और बहनों से कहना चाहती हूँ कि अपने परिवार के फैसलों में किसी दबाव या परंपरा के कारण डरें नहीं। अपने माता-पिता को बचाने का काम आपका कर्तव्य है, और इसमें शर्म या अपराध का कोई स्थान नहीं होना चाहिए।”

रोहिणी ने यह भी स्पष्ट किया कि उन्होंने यह निर्णय केवल अपने पिता की जान बचाने के लिए लिया और इसके लिए उन्हें किसी से अनुमति लेने की जरूरत महसूस नहीं हुई। उन्होंने इस अनुभव से सबक लिया कि कभी भी अपने बच्चों और परिवार के बारे में सोचते हुए, किसी को अनजाने में आहत न करें, लेकिन अपने माता-पिता की सुरक्षा और जीवन को प्राथमिकता देना सबसे महत्वपूर्ण है।

इस घटना ने सोशल मीडिया पर भी गहरा प्रभाव डाला है। लोग रोहिणी के साहस की सराहना कर रहे हैं, वहीं कुछ लोग उनके निर्णय पर सवाल उठा रहे हैं। रोहिणी ने सभी बेटियों और बहनों से आग्रह किया है कि वे अपने परिवार और माता-पिता की सुरक्षा के लिए किसी भी प्रकार के सामाजिक दबाव या आलोचना से डरें नहीं।

Mukesh Kumar

मुकेश कुमार पिछले 3 वर्ष से पत्रकारिता कर रहे है, इन्होंने सर्वप्रथम हिन्दी दैनिक समाचार पत्र सशक्त प्रदेश, साधना एमपी/सीजी टीवी मीडिया में संवाददाता के पद पर कार्य किया है, वर्तमान में कर्मक्षेत्र टीवी वेबसाईट में न्यूज इनपुट डेस्क पर कार्य कर रहे है !

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