परिनिर्वाण दिवस पर अखिलेश यादव का बड़ा बयान संविधान (Constitution) और आरक्षण (Reservation) को कमजोर करने की साजिश का आरोप, आगरा से समाजवादी जीत का दावा

Report By : कर्मक्षेत्र टीवी डेस्क टीम
समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के परिनिर्वाण दिवस (Parinirvan Diwas) के अवसर पर संविधान (Constitution) की महत्ता को रेखांकित करते हुए लोकतंत्र और आरक्षण (Reservation) को कमजोर करने की कथित साजिशों पर गहरी चिंता जाहिर की। लखनऊ स्थित समाजवादी पार्टी कार्यालय द्वारा जारी बयान में उन्होंने कहा कि बाबा साहब ने देश को जो संविधान दिया, उसी के कारण आज समाज के वंचित, पिछड़े और अल्पसंख्यक वर्गों को अधिकार और सम्मान मिल रहा है। संविधान को उन्होंने पीडीए (PDA – पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) समाज के लिए “किस्मत की किताब” बताया।
अखिलेश यादव ने कहा कि यदि यह संविधान न होता तो समाज के कमजोर वर्गों को न जाने कितनी विषम परिस्थितियों का सामना करना पड़ता। उन्होंने आरोप लगाया कि देश में वर्चस्ववादी और ताकतवर सोच के लोग बार-बार पीडीए समाज का अपमान करते रहे हैं। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में जूता फेंकने जैसी घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि यह संविधानिक संस्थाओं के प्रति असम्मान का प्रतीक है और लोकतांत्रिक व्यवस्था (Democracy) के लिए गंभीर चेतावनी है।
उन्होंने स्पष्ट कहा कि संविधान सिर्फ अधिकार नहीं देता, बल्कि सम्मान के साथ आगे बढ़ने का अवसर भी देता है। संविधान से ही आरक्षण की व्यवस्था सुनिश्चित हुई है और यदि संविधान कमजोर होगा तो लोकतंत्र भी कमजोर पड़ेगा। उन्होंने चेताया कि संविधान को कमजोर करने का सीधा अर्थ आरक्षण व्यवस्था को समाप्त करने की ओर बढ़ना है। अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि एकतंत्रीय सोच वाले लोग देश को संविधान से नहीं, बल्कि अपने “मनविधान” (Personal Rule) से चलाना चाहते हैं।
आगरा दौरे के दौरान मीडिया से बातचीत में अखिलेश यादव ने मौजूदा समय में चर्चित एसआईआर (SIR – Special Intensive Revision) प्रक्रिया पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग (Election Commission) का संवैधानिक दायित्व ज्यादा से ज्यादा नागरिकों को मतदाता सूची (Voter List) में जोड़ना है, लेकिन वर्तमान में ऐसा प्रतीत हो रहा है कि एसआईआर के बहाने वोट जोड़ने से ज्यादा वोट काटने की चिंता की जा रही है। उन्होंने इसे अभूतपूर्व बताते हुए कहा कि यह पहली बार देखा जा रहा है कि संविधान से बनी संस्था वोट बनवाने की बजाय वोट कटवाने को लेकर अधिक सक्रिय नजर आ रही है।
अखिलेश यादव ने देश के हर नागरिक से अपील की कि वह अपना वोट जरूर बनवाए और यह सुनिश्चित करे कि उसका नाम मतदाता सूची में दर्ज रहे। उन्होंने कहा कि आने वाले विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) में आगरा समाजवादी पार्टी के पक्ष में ऐतिहासिक परिणाम देने जा रहा है। उन्होंने भरोसा जताया कि आगरा की जनता अब यह समझ चुकी है कि शहर में मेट्रो परियोजना (Agra Metro) समाजवादी सरकार की देन है।
उन्होंने समाजवादी सरकार के कार्यकाल में बने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे (Agra-Lucknow Expressway) का उल्लेख करते हुए कहा कि भाजपा की डबल इंजन सरकार (Double Engine Government) आज तक एक भी ऐसी बड़ी सड़क परियोजना नहीं बना सकी, जो विकास का वास्तविक उदाहरण हो। अखिलेश यादव ने आगरा में यमुना नदी (Yamuna River) की बदहाल स्थिति पर भी कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि भाजपा शासन में नदियों की हालत बेहद खराब हो गई है और सफाई को लेकर किए गए सभी दावे झूठे साबित हुए हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि आगरा में यमुना नदी नाले जैसी स्थिति में पहुंच चुकी है, जहां किसी भी घाट पर आचमन संभव नहीं है। अखिलेश यादव ने ऐलान किया कि समाजवादी पार्टी की सरकार बनते ही आगरा में यमुना नदी पर लखनऊ की गोमती नदी (Gomti Riverfront) की तर्ज पर भव्य रिवरफ्रंट (Riverfront Project) का निर्माण कराया जाएगा, जिससे मथुरा से आगरा तक यमुना स्वच्छ और निर्मल रूप में बहेगी।
अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने अब भाजपा से चुनावी समीकरण (Electoral Equation) बनाना सीख लिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि चुनाव में उन्हीं प्रत्याशियों को अवसर दिया जाएगा, जो वास्तव में जनता की सेवा करते होंगे। आगरा की पहचान पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि ताजमहल (Taj Mahal), दरगाहें और हस्तशिल्प आगरा को विश्व स्तर पर पहचान दिलाते हैं, और समाजवादी सरकार इनकी विरासत को आगे बढ़ाने का काम करेगी।
फतेहपुर सीकरी (Fatehpur Sikri) के संदर्भ में अखिलेश यादव ने कहा कि यह स्थल भारत की मिली-जुली संस्कृति (Composite Culture) का प्रतीक है। उन्होंने जोर दिया कि हिंदुस्तान की असली पहचान यही है कि यहां अलग-अलग जाति और धर्म के लोग आपस में मिलजुल कर रहते हैं। शेख सलीम चिश्ती की दरगाह (Dargah of Sheikh Salim Chishti) का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि इस दरगाह को पूरी दुनिया में सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है और सदियों से लोगों की आस्था इससे जुड़ी हुई है।
अखिलेश यादव ने फतेहपुर सीकरी में दरगाह पर चादर चढ़ाकर देश की तरक्की, अमन-चैन और भाईचारे (Peace and Brotherhood) के लिए दुआ मांगी। उन्होंने बुलंद दरवाजा (Buland Darwaza) सहित अन्य ऐतिहासिक इमारतों का भी अवलोकन किया। इस दौरान मौजूद पर्यटकों और आम जनता ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।
इस मौके पर मैनपुरी से सांसद डिम्पल यादव (Dimple Yadav) और राज्यसभा सांसद जया बच्चन (Jaya Bachchan) भी मौजूद रहीं, जिनकी उपस्थिति ने कार्यक्रम को विशेष बना दिया।





