मसवासी क्षेत्र में 6 घंटे बाधित रही बिजली आपूर्ति, पेड़ों की छटाई के बाद शनिवार दोपहर बहाल हुआ विद्युत संचालन

Report By : राहुल मौर्य
मसवासी रामपुर : नगर और उससे जुड़े ग्रामीण इलाकों में शनिवार को विद्युत आपूर्ति (Power Supply) लगभग छह घंटे तक बाधित रही। यह व्यवधान पूर्व निर्धारित रखरखाव कार्य (Maintenance Work) के तहत किया गया, जिसमें टांडा–बाजपुर मार्ग के किनारे गुजर रही हाई टेंशन लाइन (High Tension Line) के आसपास फैली पेड़ों की टहनियों की छटाई की गई। बिजली विभाग (Electricity Department) द्वारा लंबे समय से चिन्हित की गई इस समस्या के समाधान के लिए शनिवार को सुबह से ही लाइन शटडाउन (Line Shutdown) लिया गया था, जिसके कारण मसवासी नगर सहित आसपास के गांवों में बिजली आपूर्ति अस्थायी रूप से बंद रही। दोपहर बाद छटाई कार्य पूरा होने के पश्चात बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई, जिससे लोगों ने राहत की सांस ली।
स्थानीय जानकारी के अनुसार, टांडा से दड़ियाल होते हुए मसवासी तक आने वाली तैंतीस हजार केवी (33 KV Line) की मुख्य लाइन कई स्थानों पर पेड़ों की घनी टहनियों से घिरी हुई थी। हवा तेज चलने या मौसम खराब होने की स्थिति में यही टहनियां बार-बार लाइन से टकरा जाती थीं, जिससे ब्रेकडाउन (Breakdown) की समस्या उत्पन्न हो जाती थी। इस कारण न केवल मसवासी नगर बल्कि इससे जुड़े करीब 32 गांवों की बिजली आपूर्ति अचानक बाधित हो जाती थी। बार-बार फॉल्ट (Fault) आने से उपभोक्ताओं में नाराजगी बढ़ रही थी और बिजली कर्मियों को भी ब्रेकडाउन की पहचान (Fault Detection) में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था।
शनिवार को बिजली विभाग के कर्मचारियों ने पूरी तैयारी के साथ सुबह से ही छटाई अभियान (Tree Trimming Drive) शुरू किया। सुरक्षा मानकों (Safety Standards) का पालन करते हुए हाई टेंशन लाइन के दोनों ओर मौजूद पेड़ों की उन टहनियों को काटा गया, जो भविष्य में किसी भी तरह की बाधा का कारण बन सकती थीं। इस दौरान विभाग द्वारा यह सुनिश्चित किया गया कि कार्य पूर्ण रूप से सुरक्षित और तकनीकी मानकों के अनुरूप हो। छटाई के दौरान लाइन पूरी तरह बंद रखी गई, जिससे किसी भी प्रकार की दुर्घटना (Accident) की संभावना न रहे।
बिजली आपूर्ति बाधित रहने के कारण मसवासी नगर के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में दैनिक गतिविधियां (Daily Activities) प्रभावित रहीं। कई स्थानों पर लघु उद्योग (Small Scale Industries), आटा चक्की, वेल्डिंग शॉप और अन्य बिजली आधारित व्यवसायों का काम घंटों तक ठप रहा। इसके अलावा कस्बे और आसपास के इलाकों में पेयजल आपूर्ति (Drinking Water Supply) भी प्रभावित हुई, क्योंकि अधिकांश जलापूर्ति योजनाएं बिजली पर निर्भर हैं। हालांकि यह कटौती पूर्व सूचना (Prior Information) के आधार पर की गई थी, फिर भी गर्मी और उमस के बीच बिजली न होने से आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि हालांकि कुछ समय के लिए असुविधा जरूर हुई, लेकिन यदि इस प्रकार के रखरखाव कार्य समय रहते नहीं किए जाते तो भविष्य में और भी बड़ी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। कई ग्रामीणों ने बिजली विभाग की इस पहल को सकारात्मक कदम (Positive Step) बताया और उम्मीद जताई कि अब बार-बार होने वाले ब्रेकडाउन से उन्हें राहत मिलेगी। व्यापारियों और उद्योग संचालकों ने भी यह माना कि स्थायी समाधान के लिए इस तरह के तकनीकी कार्य आवश्यक हैं।
इस संबंध में जानकारी देते हुए अवर अभियंता (Junior Engineer) मोहनलाल ने बताया कि लंबे समय से 33 केवी लाइन पर पेड़ों की टहनियां बाधा बनी हुई थीं। उन्होंने कहा कि छटाई के बाद लाइन को पूरी तरह दुरुस्त (Operational) कर दिया गया है और अब भविष्य में ब्रेकडाउन की संभावना काफी हद तक कम हो जाएगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि विभाग का प्रयास है कि उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली आपूर्ति (Uninterrupted Power Supply) मिले और इसी उद्देश्य से समय-समय पर मेंटेनेंस कार्य किया जाता रहेगा।
कुल मिलाकर, मसवासी क्षेत्र में शनिवार को किया गया यह छटाई कार्य बिजली व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। छह घंटे की अस्थायी परेशानी के बाद दोपहर पश्चात जैसे ही बिजली आपूर्ति बहाल हुई, लोगों ने राहत महसूस की। उम्मीद की जा रही है कि अब मसवासी नगर और आसपास के गांवों में बिजली से जुड़ी समस्याओं में कमी आएगी और आम जनजीवन तथा स्थानीय अर्थव्यवस्था (Local Economy) को स्थिरता मिलेगी।





