किसान सम्मान दिवस पर सीएम योगी का संदेश: जब किसान ऊर्जा का प्रवाह करता है, तब धरती सोना उगलती है

Report By : कर्मक्षेत्र टीवी डेस्क टीम

पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न चौधरी चरण सिंह की 123वीं जयंती (123rd Birth Anniversary) के अवसर पर लखनऊ में आयोजित ‘किसान सम्मान दिवस’ (Kisan Samman Diwas) कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों के परिश्रम, आत्मबल और समर्पण को नमन करते हुए कृषि को राष्ट्र की समृद्धि की धुरी बताया। मुख्यमंत्री ने विधान भवन प्रांगण में चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी और इसके बाद किसान सम्मान दिवस के कार्यक्रम में शामिल होकर किसानों, कृषि वैज्ञानिकों और एफपीओ (FPO – Farmer Producer Organization) को सम्मानित किया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि किसान जब सर्दी-गर्मी की परवाह किए बिना पसीना बहाता है और अपनी ऊर्जा का प्रवाह धरती मां के साथ करता है, तब वही धरती अन्न उत्पादन के रूप में सोना उगलती है। उन्होंने किसान समृद्धि योजना (Farmer Prosperity Scheme) के तहत ट्रैक्टर पाने वाले किसानों का जिक्र करते हुए कहा कि किसी किसान ने अपनी मां को तो किसी ने अपनी पत्नी को ट्रैक्टर पर बैठाकर घर ले जाने का दृश्य देखा, जो किसान की ताकत और आत्मसम्मान को दर्शाता है।

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने किसानों को ट्रैक्टर की चाबी सौंपी और हरी झंडी दिखाकर ट्रैक्टरों को रवाना किया, जिससे कृषि यंत्रीकरण (Farm Mechanization) को बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने चौधरी चरण सिंह सीड पार्क, अटारी लखनऊ (Chaudhary Charan Singh Seed Park, Lucknow) के प्लॉट आवंटन प्रक्रिया का बटन दबाकर शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि यदि किसानों को समय पर उत्तम गुणवत्ता का बीज (Quality Seeds) मिल जाए, तो उत्पादन में 30 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी संभव है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पहली बार किसान सरकार के एजेंडे (Government Agenda) का हिस्सा बना। उन्होंने धरती को मां की संज्ञा देते हुए कहा कि जैसे पुत्र अपनी बीमार मां की सेवा करता है, वैसे ही सरकार का कर्तव्य है कि वह संकट में पड़ी धरती और किसानों के लिए कार्य करे। स्वायल हेल्थ कार्ड (Soil Health Card) के माध्यम से धरती मां की सेहत को समझने का प्रयास किया गया। इसके बाद प्रधानमंत्री कृषि बीमा योजना (PM Fasal Bima Yojana), प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (PMKSY), पीएम किसान सम्मान निधि (PM Kisan Samman Nidhi) और न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) जैसी योजनाओं से किसानों को जोड़ा गया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न (Bharat Ratna) दिया जाना किसानों के सम्मान का प्रतीक है। उत्तर प्रदेश में लघु और सीमांत किसानों के लिए कृषि ऋण मोचन कार्यक्रम (Farm Loan Waiver Scheme) लागू किया गया। पहले किसान शासन की योजनाओं से वंचित रहता था, लेकिन आज किसान को हर सरकारी योजना का सीधा लाभ मिल रहा है। अब बिचौलिया (Middleman) किसानों की फसल का दाम तय नहीं करता, बल्कि सरकार किसानों से फसल की खरीद सुनिश्चित कर रही है।

सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में धान, गेहूं, चना, सरसों, बाजरा और मक्का जैसी फसलों के उत्पादन में कई गुना वृद्धि हुई है, जबकि लागत में कमी आई है। उन्होंने चौधरी चरण सिंह के विचारों को याद करते हुए कहा कि वे मानते थे कि जब तक किसान गरीब रहेगा, भारत अमीर नहीं हो सकता। ग्रामीण भारत (Rural India) ही असली भारत है और देश की समृद्धि का मार्ग खेत और खलिहान से होकर गुजरता है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि चौधरी चरण सिंह ने जमींदारी उन्मूलन (Abolition of Zamindari), भूमि सुधार अधिनियम (Land Reforms Act), मंडी अधिनियम (Mandi Act) और किसानों को कर राहत जैसे ऐतिहासिक फैसले लिए। उन्होंने नाबार्ड (NABARD – National Bank for Agriculture and Rural Development) की स्थापना में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

सीएम योगी ने कहा कि वर्ष 1996 से 2017 तक जितना गन्ना मूल्य भुगतान नहीं हुआ था, उससे करीब 75 हजार करोड़ रुपये अधिक राशि पिछले आठ वर्षों में किसानों के खातों में भेजी गई है। पेराई सत्र 2025-26 (Sugarcane Crushing Season) के लिए अगेती गन्ना मूल्य 400 रुपये प्रति कुंतल निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश का किसान अब समृद्धि (Farmer Prosperity) की ओर अग्रसर है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में 20 नए कृषि विज्ञान केंद्र (Krishi Vigyan Kendra) स्थापित किए गए हैं और अब इनकी संख्या 89 हो चुकी है। 9 क्लाइमेटिक जोन (Climatic Zones) में इतने कृषि विज्ञान केंद्र किसी अन्य राज्य में नहीं हैं। प्राकृतिक खेती (Natural Farming) को बढ़ावा देने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि गंभीर बीमारियों से बचाव का एकमात्र रास्ता रसायन मुक्त खेती है।

कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण, धर्मपाल सिंह, डॉ. संजय निषाद, अनिल कुमार, दिनेश सिंह, कपिलदेव अग्रवाल, बलदेव सिंह औलख, गोसेवा आयोग के अध्यक्ष श्याम बिहारी गुप्ता सहित भाजपा और रालोद के कई विधायक मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने अंत में कहा कि डबल इंजन सरकार (Double Engine Government) चौधरी चरण सिंह की सोच के अनुरूप किसानों के हितों की रक्षा के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य करती रहेगी।

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