योगी सरकार के विजन से बदली तक़दीर: मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान से संत कबीर नगर की रमा रानी वर्मा बनी आत्मनिर्भर उद्यमी

Report By : कर्मक्षेत्र टीवी डेस्क टीम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का विजन केवल सरकारी योजनाओं की घोषणा तक सीमित नहीं है, बल्कि उनका उद्देश्य इन योजनाओं को ज़मीनी स्तर पर लागू कर प्रदेश के युवाओं और महिलाओं को आत्मनिर्भर (Self Reliant) बनाना है। इसी विजन का सशक्त और प्रेरणादायक उदाहरण संत कबीर नगर जिले की रमा रानी वर्मा हैं, जिन्होंने मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान (Mukhyamantri Yuva Udyami Vikas Abhiyan) का लाभ लेकर स्वरोजगार (Self Employment) की दिशा में एक सफल कदम बढ़ाया है। योगी सरकार की इस पहल ने न केवल उनके सपनों को नई उड़ान दी, बल्कि उन्हें एक आत्मनिर्भर उद्यमी के रूप में स्थापित भी किया।
संत कबीर नगर जिले के खलीलाबाद क्षेत्र के औद्योगिक नगर, मुखलिसपुर रोड की रहने वाली रमा रानी वर्मा ने बी-टेक (कंप्यूटर साइंस) की पढ़ाई पूरी की है। पढ़ाई के बाद उनके सामने भी वही चुनौती थी, जिससे आज का अधिकांश युवा जूझ रहा है, यानी नौकरी (Job) की तलाश। लेकिन रमा रानी ने पारंपरिक रास्ते पर चलने के बजाय स्वरोजगार को अपनाने का निर्णय लिया। उनका मानना था कि यदि सरकार का सही मार्गदर्शन और सहयोग मिले तो युवा स्वयं का व्यवसाय (Entrepreneurship) शुरू कर न केवल अपनी आजीविका सुनिश्चित कर सकते हैं, बल्कि समाज में रोजगार के नए अवसर भी सृजित कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शुरू किए गए मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान ने उनके इस विचार को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस योजना के तहत रमा रानी वर्मा को 3.5 लाख रुपये का ऋण (Loan Assistance) प्राप्त हुआ। यह राशि केवल आर्थिक सहायता नहीं थी, बल्कि उनके आत्मविश्वास को मजबूत करने वाली वह पूंजी थी, जिसने उन्हें अपने सपने को साकार करने की हिम्मत दी। स्वयं रमा रानी का कहना है कि योगी सरकार के विजन और नीतियों ने उन्हें आत्मनिर्भरता (Atmanirbharta) की दिशा में आगे बढ़ने का अवसर दिया है।
सरकारी सहयोग मिलने के बाद रमा रानी वर्मा ने खलीलाबाद में “नैना कॉस्मेटिक्स एंड आर्टिफिशियल ज्वेलरी मेकिंग” नाम से अपनी इकाई की शुरुआत की। इस इकाई के माध्यम से वह कॉस्मेटिक उत्पादों और आर्टिफिशियल ज्वेलरी (Artificial Jewellery) के निर्माण के साथ-साथ अपनी दुकान से उनकी बिक्री भी कर रही हैं। खास बात यह है कि यह पूरा कार्य स्थानीय स्तर (Local Level Production) पर और परिवार के सहयोग से किया जा रहा है। घर से शुरू हुआ यह उद्यम धीरे-धीरे एक संगठित स्वरूप ले रहा है, जिससे उनकी आय में लगातार वृद्धि हो रही है।
इस व्यवसाय के माध्यम से न केवल रमा रानी की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हुई है, बल्कि उनके परिवार को भी आत्मसम्मान और स्थिरता मिली है। उनका यह प्रयास योगी सरकार के “लोकल से ग्लोबल” (Local to Global) विजन को भी दर्शाता है, जहां स्थानीय संसाधनों और कौशल का उपयोग कर स्थानीय स्तर पर उत्पादन और रोजगार सृजन को बढ़ावा दिया जा रहा है। यह मॉडल प्रदेश के अन्य युवाओं के लिए भी एक प्रेरणास्रोत बन रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का स्पष्ट दृष्टिकोण है कि जब प्रदेश का युवा सशक्त होगा, तभी उत्तर प्रदेश देश की अर्थव्यवस्था (Economy) में अग्रणी भूमिका निभा सकेगा। इसी सोच के तहत सरकार ने स्वरोजगार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए सरल, पारदर्शी और समयबद्ध योजनाएं लागू की हैं। मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान इसी दिशा में एक प्रभावी और परिणामोन्मुखी पहल है।
रमा रानी वर्मा बताती हैं कि इस योजना की प्रक्रिया पूरी तरह सरल और पारदर्शी रही। उन्हें समय पर ऋण प्राप्त हुआ और किसी प्रकार की अनावश्यक परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा। यह सुशासन (Good Governance) और पारदर्शिता योगी सरकार की पहचान बन चुकी है, जहां योजनाओं का लाभ सीधे पात्र लाभार्थियों तक पहुंच रहा है।
आज रमा रानी वर्मा न केवल आत्मनिर्भर बनी हैं, बल्कि वह अन्य युवाओं, विशेषकर महिलाओं के लिए एक प्रेरणा (Inspiration) का स्रोत भी बन चुकी हैं। उनकी सफलता यह साबित करती है कि यदि सरकार का नेतृत्व मजबूत हो और नीतियां स्पष्ट हों, तो आम परिवार की बेटी भी उद्यमिता के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छू सकती है।





