बड़ी मठिया, आरा स्थित श्री हनुमान मंदिर परिसर में आयोजित 11 दिवसीय सवा करोड़

Report By: तारकेश्वर प्रसाद

श्रीराम नाम जप अनुष्ठान यज्ञ सह साप्ताहिक श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ इन दिनों पूरे क्षेत्र को भक्तिरस और आध्यात्मिक ऊर्जा से सराबोर कर रहा है। प्रतिदिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ आयोजन स्थल पर उमड़ रही है, जिससे आरा शहर का वातावरण पूरी तरह धार्मिक हो गया है। दूर-दराज के क्षेत्रों से भी श्रद्धालु बड़ी संख्या में पहुंचकर श्रीराम नाम जप और भागवत कथा का पुण्य लाभ प्राप्त कर रहे हैं।

कार्यक्रम के अंतर्गत श्रीमद्भागवत कथा के पूज्य कथावाचक स्वामी अयोध्यानाथ जी ने आज धुंधकारी प्रसंग का अत्यंत भावपूर्ण और सुस्पष्ट विवेचन किया। उन्होंने कथा के माध्यम से बताया कि कुसंगति, अधर्म और अहंकार मनुष्य के जीवन को विनाश की ओर ले जाते हैं, जबकि भगवत् भक्ति, सत्संग और नाम-स्मरण से न केवल जीवन सुधरता है, बल्कि आत्मकल्याण का मार्ग भी प्रशस्त होता है। धुंधकारी के जीवन प्रसंग का उल्लेख करते हुए उन्होंने यह संदेश दिया कि श्रीमद्भागवत महापुराण का श्रवण मानव जीवन को दिशा देने वाला सशक्त साधन है, जो व्यक्ति को अज्ञान से ज्ञान की ओर ले जाता है।

यह विशाल धार्मिक अनुष्ठान श्री हनुमान मंदिर बड़ी मठिया के महंत परम पूज्य जीयर स्वामी जी महाराज के शिष्य एवं वर्तमान महंत पूज्य अयोध्यानाथ नाथ स्वामी जी की अध्यक्षता में संपन्न हो रहा है। उनकी प्रेरणा और मार्गदर्शन में पूरे आयोजन को सुव्यवस्थित एवं भव्य स्वरूप दिया गया है। आयोजन स्थल पर अनुशासन, सेवा और भक्ति का अद्भुत संगम देखने को मिल रहा है, जिससे श्रद्धालु अत्यंत भावविभोर नजर आ रहे हैं।

आयोजन को सफल बनाने में रामकिंकर दास जी महाराज, कवि स्वामी, संजय स्वामी, मल्लू बाबा, बिट्टू सिंह, दीपक तिवारी, वीरेंद्र दुबे, पपलू सोनी, दीपक केशरी, दिलीप चौरसिया, बिनोद प्रसाद, उमेश सिंह, अरविंद पांडे और गोलू बाबा सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु एवं सेवाभावी कार्यकर्ता सक्रिय रूप से योगदान दे रहे हैं। सेवा, व्यवस्था और अनुशासन के माध्यम से सभी कार्यकर्ता श्रद्धालुओं को हर संभव सुविधा उपलब्ध करा रहे हैं।

आयोजकों के अनुसार 25 और 26 दिसंबर 2025 को इस पावन अनुष्ठान में परम पूज्य जीयर स्वामी जी महाराज की गरिमामयी उपस्थिति रहेगी, जिसे लेकर श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह देखा जा रहा है। वहीं 26 दिसंबर 2025 को श्रद्धालुओं के लिए भव्य भंडारे का आयोजन किया जाएगा, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों के शामिल होने की संभावना है।

यह धार्मिक आयोजन केवल पूजा-पाठ तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज में नैतिक मूल्यों, सदाचार और आध्यात्मिक चेतना के प्रसार का भी सशक्त माध्यम बन रहा है। श्रीराम नाम जप और श्रीमद्भागवत कथा के माध्यम से लोगों में भक्ति, संयम और सद्भाव का भाव जागृत हो रहा है, जिससे समाज को सकारात्मक दिशा मिलने की अपेक्षा की जा रही है।

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