भोजपुर में जिला जनता दरबार का आयोजन, जिलाधिकारी तनय सुल्तानिया ने 45 फरियादियों की समस्याएँ गंभीरता से सुनीं

Report By : तारकेश्वर प्रसाद
आरा : भोजपुर जिला प्रशासन द्वारा आमजन की समस्याओं के त्वरित समाधान (Grievance Redressal) के उद्देश्य से जिलाधिकारी कार्यालय प्रकोष्ठ में जिला जनता दरबार (District Public Hearing) का आयोजन किया गया। इस जनता दरबार में जिलाधिकारी भोजपुर तनय सुल्तानिया द्वारा कुल 45 आवेदकों की समस्याओं को गंभीरता और संवेदनशीलता के साथ सुना गया। जनता दरबार में जिले के विभिन्न प्रखंडों और पंचायतों से आए लोगों ने अपनी व्यक्तिगत एवं सामूहिक समस्याओं को जिलाधिकारी के समक्ष रखा।
जिला जनता दरबार के दौरान भूमि विवाद (Land Dispute), राजस्व से संबंधित मामले (Revenue Issues), सामाजिक सुरक्षा योजनाएं (Social Welfare Schemes), आवास योजना (Housing Scheme), पेंशन (Pension), बिजली, पानी, अतिक्रमण (Encroachment) और स्थानीय प्रशासन से जुड़ी शिकायतें प्रमुख रूप से सामने आईं। जिलाधिकारी ने प्रत्येक फरियादी की बात को ध्यानपूर्वक सुना और संबंधित मामलों की संपूर्ण जानकारी ली, ताकि समस्याओं का वास्तविक समाधान सुनिश्चित किया जा सके।
जिलाधिकारी तनय सुल्तानिया ने जनता दरबार के दौरान स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी प्राप्त आवेदनों पर संबंधित विभागों के पदाधिकारी (Concerned Department Officials) शीघ्र कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि हर आवेदन का निष्पादन पारदर्शी (Transparent), निष्पक्ष और समयबद्ध (Time Bound Disposal) तरीके से किया जाना चाहिए, ताकि आमजन का प्रशासन पर विश्वास और मजबूत हो। उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया कि मामलों के निस्तारण में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

जिलाधिकारी ने कहा कि जिला जनता दरबार प्रशासन और जनता के बीच सीधा संवाद (Direct Communication) स्थापित करने का एक प्रभावी माध्यम है। इससे न केवल लोगों को अपनी समस्याएँ रखने का अवसर मिलता है, बल्कि प्रशासन को भी जमीनी हकीकत (Ground Reality) समझने में सहायता मिलती है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार की मंशा है कि आम नागरिकों को अपनी समस्याओं के समाधान के लिए कार्यालयों के चक्कर न काटने पड़ें, बल्कि एक मंच पर उनकी शिकायतों का समाधान हो सके।
जनता दरबार में उपस्थित अधिकारियों को जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि जिन मामलों का समाधान जिला स्तर पर संभव है, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर तुरंत निपटाया जाए। वहीं, जिन मामलों में उच्च स्तर से स्वीकृति आवश्यक है, उन्हें सुसंगत अनुशंसा (Proper Recommendation) के साथ संबंधित विभागों को भेजा जाए। उन्होंने यह भी कहा कि प्रत्येक फरियादी को उसकी शिकायत की स्थिति (Status Update) से अवगत कराया जाए।
जनता दरबार में आए लोगों ने जिलाधिकारी द्वारा समस्याओं को गंभीरता से सुने जाने और त्वरित निर्देश दिए जाने पर संतोष व्यक्त किया। कई फरियादियों ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा आयोजित इस प्रकार के जनता दरबार से उन्हें अपनी बात सीधे जिलाधिकारी तक पहुंचाने का अवसर मिला, जिससे उन्हें न्याय की उम्मीद (Hope for Justice) जगी है।
कुल मिलाकर, भोजपुर जिला प्रशासन द्वारा आयोजित यह जिला जनता दरबार आमजन की समस्याओं के समाधान की दिशा में एक सकारात्मक और सराहनीय पहल साबित हुआ। इस आयोजन ने यह स्पष्ट किया कि प्रशासन जनहित (Public Interest) के प्रति संवेदनशील है और जनता की समस्याओं के समाधान के लिए प्रतिबद्ध होकर कार्य कर रहा है।





