Silver Price Shock: चांदी ने एक दिन में लगाई ₹19,700 की छलांग, ₹2.53 लाख प्रति किलो पर पहुंची कीमत
सप्लाई की कमी, तेज इंडस्ट्रियल डिमांड और चीन फैक्टर के चलते चांदी की कीमतों में ऐतिहासिक उछाल दर्ज।

Report By: कर्मक्षेत्र टीवी डेस्क टीम
चांदी की कीमतों (Silver Price Today) में जोरदार उछाल देखने को मिला है। एक ही दिन में ₹19,700 प्रति किलो की छलांग लगाते हुए चांदी ₹2.53 लाख प्रति किलो के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है। यह तेजी न सिर्फ घरेलू बाजार में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी देखने को मिल रही है, जहां Silver Price International Market में भाव 75 डॉलर प्रति औंस के पार चले गए हैं।
इंदौर में रिकॉर्ड स्तर
मध्य प्रदेश के प्रमुख सराफा बाजार इंदौर (Indore Bullion Market) में चांदी ने अब तक का सबसे ऊंचा स्तर छू लिया है। कारोबारियों के मुताबिक, इतनी बड़ी एकदिनी तेजी हाल के वर्षों में कम ही देखने को मिली है। इससे पहले चांदी में इस तरह का उछाल केवल वैश्विक संकट या बड़े आर्थिक घटनाक्रम के दौरान दर्ज किया गया था।
तेजी के पीछे क्या हैं बड़े कारण?
विशेषज्ञों का कहना है कि चांदी की कीमतों में आई इस तेज़ी के पीछे कई मजबूत वजहें हैं।
Supply Crunch: खनन (Mining) और रीसाइक्लिंग से सप्लाई अपेक्षा से कम रही है।
Industrial Demand: इलेक्ट्रॉनिक्स, सोलर पैनल और इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV Sector) में चांदी की मांग लगातार बढ़ रही है।
China Factor: चीन में मैन्युफैक्चरिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर गतिविधियों में तेजी से चांदी की खपत बढ़ी है।
Safe Haven Demand: वैश्विक अनिश्चितता के बीच निवेशक चांदी को सुरक्षित निवेश (Safe Investment Option) मानकर खरीद रहे हैं।
निवेशकों के लिए क्या संकेत?
इस उछाल से निवेशकों (Investors) में उत्साह है। जिन लोगों ने पहले चांदी में निवेश किया था, उन्हें अब शानदार रिटर्न मिल रहा है। हालांकि बाजार विशेषज्ञ सावधानी बरतने की सलाह भी दे रहे हैं। उनका कहना है कि इतनी तेज़ बढ़त के बाद अल्पकालिक Correction संभव है, लेकिन लॉन्ग टर्म में चांदी की मांग मजबूत बनी रह सकती है।
आम लोगों पर असर
चांदी की कीमतों में आई इस ऐतिहासिक तेजी का असर आम ग्राहकों पर भी पड़ेगा। शादी-ब्याह और धार्मिक अवसरों पर चांदी के सिक्के, बर्तन और आभूषण खरीदना महंगा हो गया है। सराफा कारोबारियों का कहना है कि ऊंचे दामों के चलते खुदरा खरीदारी में थोड़ी सुस्ती देखी जा सकती है।
आगे क्या रहेगा ट्रेंड?
मार्केट एनालिस्ट्स के मुताबिक अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में यही रुख बना रहा और इंडस्ट्रियल डिमांड में कमी नहीं आई, तो आने वाले समय में चांदी ₹2.60 लाख प्रति किलो के स्तर को भी छू सकती है। हालांकि डॉलर की चाल और वैश्विक आर्थिक नीतियां आगे की दिशा तय करेंगी।
कुल मिलाकर, चांदी की कीमतों में यह उछाल साल 2025 के अंत में सराफा बाजार के लिए एक बड़ा संकेत माना जा रहा है, जिसने निवेशकों से लेकर आम ग्राहकों तक सभी को चौंका दिया है।





