इंदौर के ESIC अस्पताल में फिल्मी अंदाज़ में डकैती, गार्ड को बनाया बंधक, 10 मिनट में चंदन के तीन पेड़ काटकर फरा
शनिवार रात ESIC बीमा अस्पताल परिसर में घुसे बदमाश, हथियार की नोक पर गार्ड को बंधक बनाकर की वारदात, सुरक्षा व्यवस्था पर उठे गंभीर सवाल

Report By : कर्मक्षेत्र टीवी डेस्क टीम
इंदौर में कानून-व्यवस्था और सरकारी संस्थानों की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। शहर के ESIC बीमा अस्पताल (ESIC Hospital Indore) परिसर में शनिवार देर रात फिल्मी अंदाज़ में डकैती (Robbery) की वारदात सामने आई है। बदमाशों ने अस्पताल की सुरक्षा में तैनात गार्ड को हथियार की नोक पर बंधक बना लिया और महज 10 मिनट के भीतर परिसर में लगे चंदन के तीन कीमती पेड़ काटकर ले गए।
घटना रात के समय की बताई जा रही है, जब अस्पताल परिसर अपेक्षाकृत सुनसान था। इसी मौके का फायदा उठाकर बदमाश सफेद रंग की कार से अस्पताल में दाखिल हुए। पहले से रेकी (Reki) किए जाने की आशंका जताई जा रही है, क्योंकि बदमाश सीधे चंदन के पेड़ों तक पहुंचे और बिना किसी रुकावट के वारदात को अंजाम दिया।
गार्ड को बनाया बंधक, दहशत में रहा पूरा समय
जानकारी के मुताबिक, अस्पताल में तैनात सुरक्षा गार्ड को बदमाशों ने हथियार दिखाकर बंधक (Hostage) बना लिया। गार्ड को जान से मारने की धमकी दी गई, जिससे वह विरोध तक नहीं कर सका। बदमाशों ने गार्ड को एक ओर बैठा दिया और फिर आराम से चंदन के पेड़ों को काटने में लग गए। पूरी वारदात के दौरान गार्ड दहशत में रहा।
सिर्फ 10 मिनट में वारदात, सफेद कार से फरार
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि बदमाशों ने महज 10 मिनट के भीतर तीनों चंदन के पेड़ काटे, उन्हें कार में लोड किया और मौके से फरार हो गए। वारदात के बाद गार्ड ने किसी तरह खुद को संभाला और वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी।
CCTV कैमरे नहीं, सुरक्षा व्यवस्था फेल
घटना के बाद बड़ा खुलासा यह भी हुआ कि ESIC अस्पताल परिसर में CCTV कैमरे नहीं लगे हैं। न तो मुख्य प्रवेश द्वार पर और न ही गार्ड एरिया में कोई कैमरा मौजूद था। इस कारण पुलिस के सामने बदमाशों की पहचान एक बड़ी चुनौती बन गई है। सरकारी अस्पताल जैसे संवेदनशील परिसर में सुरक्षा के इतने कमजोर इंतजामों पर सवाल उठना लाजिमी है।
पुलिस जांच में जुटी, आसपास के इलाकों में छानबीन
सूचना मिलते ही स्थानीय थाना पुलिस मौके पर पहुंची और गार्ड से पूछताछ की। पुलिस ने आसपास के इलाकों में लगे CCTV फुटेज (If Any) खंगालने शुरू कर दिए हैं और सफेद कार की तलाश की जा रही है। पुलिस को शक है कि यह कोई संगठित गिरोह (Organized Gang) हो सकता है, जो पहले भी चंदन तस्करी (Sandalwood Smuggling) की घटनाओं में शामिल रहा हो।
चंदन तस्करी का पुराना नेटवर्क?
मध्य प्रदेश में चंदन की अवैध कटाई और तस्करी कोई नई बात नहीं है। चंदन की अंतरराष्ट्रीय बाजार में ऊंची कीमत (High Market Value) के चलते तस्कर इस तरह की वारदातों को अंजाम देते हैं। पुलिस को आशंका है कि ESIC अस्पताल परिसर में मौजूद चंदन के पेड़ पहले से इन बदमाशों के निशाने पर थे।
प्रशासन पर उठे सवाल
इस घटना ने ESIC प्रशासन की लापरवाही को उजागर कर दिया है। सवाल यह है कि
सरकारी अस्पताल परिसर में CCTV क्यों नहीं लगे?
रात के समय सुरक्षा के लिए पर्याप्त गार्ड क्यों नहीं थे?
पहले से संवेदनशील पेड़ों की सुरक्षा के लिए कोई ठोस व्यवस्था क्यों नहीं की गई?
स्थानीय लोगों और कर्मचारियों में इस घटना के बाद डर का माहौल है। उनका कहना है कि अगर बदमाश चंदन के पेड़ों के बजाय मरीजों या स्टाफ को नुकसान पहुंचाते, तो बड़ा हादसा हो सकता था।
जल्द खुलासे का दावा
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है और जल्द ही आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा। साथ ही ESIC प्रशासन से सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने के निर्देश भी दिए जा सकते हैं।





