कर्नाटक से शुरू हुआ हिजाब को लेकर विवाद अब देश भर में गरमाता जा रहा है. बरेली में मौलाना तौकीर रजा ने हिजाब को लेकर विवादित बयान दिया है. आरएसएसऔर भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा है कि इन्हें हिजाब से परेशानी नहीं है, बल्कि ये हमारी बेटियों को सही से निहार नहीं पाते हैं.
कांग्रेस को समर्थन देकर और धर्म संसद लगाकर अपने विवादित बयानों से चर्चा में आए आईएमसी (इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल) के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा ने एक बार फिर से आपत्तिजनक बात कही है. उन्होंने हिजाब के विवाद को लेकर कहा कि इन्हें घूंघट से क्यों आपत्ति नहीं है?
मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि तमाम अभिभावकों से गुजारिश है कि वे अपने बच्चों को गोडसे बनाना चाहते हैं या गांधीवादी. उन्होंने कहा कि संविधान हमें ये इजाजत देता है कि हमारे बच्चे क्या पहनें. उन्होंने कहा कि हिजाब शर्म-हया का प्रतीक है.
उन्होंने कहा कि हम वेस्टर्न कल्चर को अपना रहे हैं. हमें लेस्बियन और गे सभ्यता को नहीं अपनाना है. उन्होंने कहा कि जो बच्ची हिजाब पहनकर आई थी, उसके साथ लिंचिंग की गई. वो लोग उस बच्ची को मार देना चाहते थे. कॉलेज में भगवा लहराकर ये लोग गुंडई कर रहे हैं.