Published by : Sanjay Sahu
चित्रकूट के पहाड़ी समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 25 मार्च को हुवे गर्भपात के मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी की लापरवाही खुलकर सामने आ रही है। जबकि जिस महिला का गर्भपात किया गया उसका वीडियो भी हमारे हाँथ लगा है जिस पर महिला और उसकी तीमारदार ने बताया कि कैसे उसके साथ यह गैर जिम्मेदाराना कार्य किया गया हैं जिससे उसकी जान भी जा सकती थी बात यह थी कि महिला शादी शुदा है और वह अपना बच्चा गिरवाने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुँची थी ।
जहां एएनएम ने उसके गर्भाशय की आधी सफाई की थी जिससे उसको और तकलीफ होने लगी थी जिसके बाद उसको जिला अस्पताल एम्बुलेंस से रात को रेफर कर दिया गया था जिसकी शिकायत महिला ने लेबर रूम की महिला प्राभारी से लिखित में की थी लेकिन 6 दिन बीत जाने के बाद भी गर्भपात के मामले में कार्यवाही के नाम पर सिर्फ कारण बताओ नोटिस जारी कर मामले की लीपापोती करने की पूरी कोशिश की जा रही हैं। वही मुख्य चिकित्सा अधिकारी भूपेश द्विवेदी ने टालमटोल जवाब देते हुए कहा कि मामले की जांच कराई जा रही है अगर यह मामला हुआ है तो संबंधित को वहां से हटा दिया जाएगा वही मुख्य चिकित्सा अधिकारी के गैर जिम्मेदार इस तरह के बयान से स्पष्ट हो रहा है कि विभागीय संरक्षण में ही अवैध तरीके से गर्भपात एवं भ्रूण हत्या कराने का कारोबार फैला था।
मामला खुल जाने के बाद भी विभागीय उदासीनता खुलकर देखने को मिल रही है। कई दिन बीत जाने के बाद भी कार्यवाही के नाम पर गोलमोल जवाब देते हुए ठंडे बस्ते में मामले को दबाने का कार्य किया जा रहा है। अब देखना है कि एक ही स्थान में 20 वर्षों से अधिक तैनात एएनएम एवं संविदा स्टाफ नर्स के विरुद्ध क्या विभागीय कार्यवाही होती है।सूत्र यह भी बताते हैं अवैध गर्भपात के मामले को लेकर राजी कराने का कार्य विभागीय स्तर में हो रहा है वहीं पीड़िता का 4000 वापस कराने का काम भी गोपनीय तरीके से किया जा रहा है। फिलहाल जनपद चित्रकूट में तमाम उप केंद्र स्वास्थ्य केंद्रों में अवैध तरीके से एएनएम स्टाफ नर्सों के द्वारा कुटीर उद्योग की तरह गर्भपात कराने का धंधा जोरों में संचालित हो रहा है।