Published by : Sanjay Sahu
चित्रकूट : रविवार को राम की वनवास नगरी चित्रकूट में राम नवमी के अवसर पर चित्रकूट गौरव दिवस का ऐतिहासिक आयोजन किया गया, इस दौरान रामघाट सहित पूरी धर्म नगरी को साढ़े 5 लाख दियों से एक साथ रोशन किया गया । जिसमें पूरी धर्मनगरी की रोशनी इन दियों से जगमगाती दिखी एक क्षण के लिए धर्म नगरी का नजारा ऐसा लग रहा था मानो आसमान के तारे जमीन पर उतर आए हो।
बता दें कि विश्व प्रसिद्ध तीर्थ क्षेत्र चित्रकूट में इस बार रामनवमी महोत्सव का भव्य आयोजन श्रद्धालुओं को गदगद कर गया रामनवमी महोत्सव पिछले कई वर्षों से धर्म नगरी में लगातार मनाई जा रही थी इसके बावजूद इस बार उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश प्रशासन के संयुक्त तत्वाधान में मनाई गई गायत्री शक्तिपीठ कामदगिरि स्वच्छता समिति क्षेत्र के समाजसेवी के साथ मिलकर श्रद्धालुओं ने इसको ऐतिहासिक रूप दे दिया पूरी वनवासी राम की नगरी में दीपक ऐसे जगमगा रहे थे मानव वास्तव में स्वर्ग से देवता यहां उतर कर नृत्य कर रहे हों।
इस महोत्सव का शुभारंभ करने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया निर्धारित दीपोत्सव कार्यक्रम के तहत सभी कार्यकर्ता निर्धारित स्थानों पर पहुंच गए और शाम 7 बजे सायरन बजने के साथ ही एक साथ दीपक जलने शुरू हो गए मात्र 10 मिनट बाद यानी कि शाम 7 बजकर 10 मिनट में कामदगिरि परिक्रमा मार्ग सहित अन्य जगहों पर दीपक जलाए गए साढ़े 5 लाख दीपको की जगमगाहट से पूरी राम की वनवासी नगरी रोशन हो गयी इसके साथ ही विश्व रिकॉर्ड बनाने का प्रयास भी सफल हो गया।
2022 की रामनवमी को भव्य रुप देने में कोई भी कसर भक्तों ने नहीं छोड़ी बताते चलें कि इस बार धर्म नगरी में पहली बार भव्य रामनवमी का आयोजन किया गया है जिसमें दीप प्रज्वलन के कार्यक्रम में शिरकत करने आए विजय केसरवानी और उनके परिवार ने कहां की रामनवमी तो हर वर्ष मनाई जाती है लेकिन ऐसी भव्य रामनवमी धर्म नगरी में पहली बार देखने को मिली है जिसको देखकर दिल बाग बाग हो गया साथ ही कहा कि हमने भी सपरिवार इस दीपोत्सव में शामिल होकर दीप जलाएं और प्रभु श्री राम की पूजा अर्चना भी की यह दिन हमारे जीवन का सबसे अभूतपूर्व क्षण रहा जिसके साक्षी मैं और मेरा परिवार भी हो गया।
चित्रकूट के डीएम शुभ्रांत कुमार शुक्ला ने बताया कि राम की यह नगरी मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की तपोस्थली है इस स्थान के प्रति लोगों में अपार श्रद्धा है, गायत्री शक्तिपीठ के संस्थापक राम नरायण त्रिपाठी ने कहा कि इस उत्सव को लेकर हमारे परिवार की टीम समेत अन्य समितियों ने बड़े पैमाने पर चित्रकूट गौरव दिवस का सफल एवं भव्य आयोजन पहली बार हो पाया है उन्होंने यह भी कहा कि क्षेत्र में रविवार की शाम रामघाट पर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं ने मुक्त कंठ से इस आयोजन की प्रशंसा की और कहा कि ऐसे आयोजन हर वर्ष करते रहना चाहिए जिससे धर्म नगरी का गौरव बढ़ सके श्रद्धालुओं ने इस उत्सव के दौरान शानदार आयोजन के लिए जिलाधिकारी समेत परिक्रमा क्षेत्र में स्थित साफ-सफाई की टीम को धन्यवाद भी कहा है साथ ही भूरी भूरी प्रशंसा भी की है।