हाईकोर्ट ने आजम खां की सात साल की सजा पर लगाई है रोक, पत्नी व बेटे की जमानत की मंजूर
रिपोर्ट : राहुल मौर्य
रामपुर : समाजवादी पार्टी के कददावर नेता आजम खां को हाईकोर्ट से मिली राहत के बाद अब रामपुर शहर विधायक आकाश सक्सेना हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे। उन्होंने कहा है कि हाईकोर्ट के फैसले का सम्मान है, लेकिन वह फैसले से संतुष्ट नहीं हैं। ऐसे में कानूनी अधिकारों के तहत वह इस मामले को उच्चतम न्यायालय लेकर जाएंगे।
सपा के वरिष्ठ नेता आजम खां इन दिनों सीतापुर जेल में बंद हैं, जबकि उनकी पत्नी डाॅ. तजीन फात्मा रामपुर जेल और छोटा बेटा अब्दुल्ला आजम हरदोई जेल में बंद हैं। तीनों को अब्दुल्ला आजम के दो-दो जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के मामले में रामपुर कोर्ट ने सात-सात साल की सजा सुनाई थी। जिसके बाद आजम खां ने रामपुर कोर्ट के फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट में चुनौती दी थी।
इस प्रकरण में सुनवाई पूरी होने के बाद अदालत ने 14 मई को फैसला सुरक्षित रख लिया था। जिसके बाद शुक्रवार को हाईकोर्ट ने अपना निर्णय सुना दिया। हाईकोर्ट ने आजम खां की सात साल की सजा पर रोक लगाते हुए अब्दुल्ला आजम और डाॅ. तजीन फात्मा की जमानत मंजूर कर ली।
हाईकोर्ट का फैसला आने के बाद मुकदमे के वादी व रामपुर शहर विधायक आकाश सक्सेना ने प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा है कि हाईकोर्ट के फैसले का सम्मान है, लेकिन वह फैसले से संतुष्ट नहीं हैं। ऐसे में अब हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ वह सुप्रीम कोर्ट जाएंगे।