महाकुंभ 2025: 100 करोड़ श्रद्धालुओं की व्यवस्था में जुटी योगी सरकार
Published by : Mukesh Kumar
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज महाकुंभ 2025 की तैयारियों पर बड़ा ऐलान किया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि इस बार महाकुंभ के 45 दिनों के आयोजन में 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है, लेकिन राज्य सरकार 100 करोड़ श्रद्धालुओं की व्यवस्था सुनिश्चित करेगी। प्रयागराज में दिव्य और भव्य महाकुंभ का आयोजन प्रदेश की आर्थिक समृद्धि के रोडमैप का भी हिस्सा होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुंभ के दौरान 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के मुख्य मुहूर्त पर 6 करोड़ श्रद्धालुओं के स्नान की संभावना है, लेकिन 10 करोड़ की तैयारी की जा रही है। 12 किमी लंबे घाट, 10,000 एकड़ में विस्तारित कुंभ क्षेत्र, 1.50 लाख शौचालय, सिंगल यूज प्लास्टिक-फ्री व्यवस्था, और जीरो लिक्विड डिस्चार्ज जैसे कदम इस बार के महाकुंभ को विशेष बनाएंगे।
धार्मिक स्थलों का होगा वर्चुअल दर्शन
प्रयागराज कुंभ 2025 में चार धाम, द्वादश ज्योतिर्लिंग और अन्य प्रमुख तीर्थस्थलों के वर्चुअल दर्शन की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा, एआई टूल “भाषिणी ऐप” के माध्यम से 11 भारतीय भाषाओं में श्रद्धालुओं को महाकुंभ से जुड़ी जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। कुंभ में आने वाले हर श्रद्धालु की गिनती डिजिटली दर्ज की जाएगी।
संभल नरसंहार पर उठाए सवाल
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने संभल के 46 वर्ष पुराने नरसंहार का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि जिन दरिंदों ने संभल में निर्दोष लोगों की हत्या की, उन्हें आज तक सजा क्यों नहीं मिली। उन्होंने सवाल किया कि जब संभल का प्राचीन मंदिर, बजरंग बली की मूर्ति और ज्योतिर्लिंग रातों-रात नहीं आए, तो यह मंदिर पहले कहां छिपा था। योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर आरोप लगाया कि भारत की विरासत और सच बोलने वालों को धमकाने का प्रयास किया जाता है।
2019 के कुंभ की सफलता का उल्लेख
मुख्यमंत्री ने 2019 के कुंभ मेले की स्वच्छता और सुव्यवस्था का उदाहरण देते हुए कहा कि उस समय पहली बार प्रयागराज में स्वच्छ और सुरक्षित कुंभ का आयोजन हुआ था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छता कर्मियों का पाद प्रक्षालन कर एक नई परंपरा की शुरुआत की। महाकुंभ 2025 में भी स्वच्छता, सुरक्षा और आस्था का संगम देखने को मिलेगा।
संविधान और विपक्ष पर प्रहार
योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग संविधान का नाम लेकर पाखंड करते हैं, वे सच्चाई से डरते हैं। उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय के अयोध्या फैसले के बाद कुछ लोगों ने जजों को धमकाने की कोशिश की। ऐसे लोग भारत की परंपरा और विरासत की बात करने वालों के खिलाफ साजिश रचते हैं।
प्रयागराज का कायाकल्प
मुख्यमंत्री ने प्रयागराज के विकास कार्यों का भी उल्लेख किया। पहली बार संगम पर पक्के घाट और रिवर फ्रंट बनाए जा रहे हैं। अक्षयवट कॉरिडोर, सरस्वती कूप कॉरिडोर, और बड़े हनुमान मंदिर का नवीनीकरण श्रद्धालुओं के लिए तैयार है। प्रयागराज के रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट और 216 से अधिक सड़कों का कायाकल्प किया जा रहा है। श्रृंगवेरपुर में भगवान राम और निषादराज की 56 फीट ऊंची मूर्ति स्थापित कर दी गई है।
महाकुंभ 2025: आस्था और आधुनिकता का संगम
महाकुंभ 2025 न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक होगा, बल्कि आधुनिक प्रौद्योगिकी, स्वच्छता और सुव्यवस्था का उदाहरण भी बनेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह आयोजन न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे भारत के विकास में योगदान देगा और हमारी सांस्कृतिक विरासत को सशक्त बनाएगा।
मुख्य आकर्षण
• 12 किमी लंबे घाट और 10,000 एकड़ में विस्तारित क्षेत्र।
• चार धाम और द्वादश ज्योतिर्लिंग के वर्चुअल दर्शन।
• 1.50 लाख शौचालय और सिंगल यूज प्लास्टिक-फ्री व्यवस्था।
• जीरो लिक्विड डिस्चार्ज और 216 मार्गों का कायाकल्प।
• अक्षयवट कॉरिडोर और सरस्वती कूप का नवीनीकरण।
प्रयागराज महाकुंभ 2025 भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर को विश्व स्तर पर प्रस्तुत करने का सुनहरा अवसर होगा।