तेंदुए ने कुत्ते को बनाया शिकार, किसानों में मचा हड़कंप – जवाहर गंज टंडोला,

रामपुर: मसवासी क्षेत्र में तेंदुए की दहशत कम होने का नाम नहीं ले रही है। तेंदुए ने फिर एक बार जवाहरगंज टंडोला में एक किसान के पालतू कुत्ते को अपना शिकार बना लिया, जिससे क्षेत्र में दहशत का माहौल है। इस घटना के बाद वन विभाग और स्थानीय किसानों के बीच चिंता और हड़कंप मच गया है।
घटना का विवरण
बुधवार की सुबह, जवाहरगंज टंडोला निवासी अनीस अहमद अपने गन्ने के खेत की छूलाई करा रहे थे। सुबह करीब 5 बजे, उनके खेत पर उनका पालतू कुत्ता पहले ही पहुंच गया था। खेत के पास कोसी नदी और रेत का स्टॉक था, जिसमें तेंदुआ छिपा हुआ था। जैसे ही कुत्ता खेत के पास पहुंचा, तेंदुए ने उसे उठाकर शिकार कर लिया और कुत्ते के अवशेषों को लेकर जंगल की ओर चला गया। कुछ देर बाद, जब अनीस अहमद खेत पर पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि कुत्ता गायब था और खेत में खून के धब्बे पड़े थे। इससे उन्हें अंदाजा हो गया कि तेंदुए ने उनके पालतू कुत्ते का शिकार किया है।
वन विभाग की कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलने के बाद, खेत मालिक ने तत्काल वन विभाग को सूचित किया। वन विभाग के दरोगा शील कुमार मौके पर पहुंचे और तेंदुए के पदचिन्ह तलाशे। तेंदुए के पदचिन्ह मिलने की पुष्टि भी हुई है, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि तेंदुआ वाकई में कुत्ते को लेकर जंगल में गया था। तेंदुए के द्वारा कुत्ते को उठाकर ले जाने से किसानों में डर और चिंता का माहौल है। अब किसान खेतों पर जाने में संकोच कर रहे हैं और वे अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।
करीमपुर में भी तेंदुए की दहशत
इसी तरह की दहशत करीमपुर के जंगल में भी बनी हुई है, जहां पहले भी तेंदुए के शिकार की घटनाएं सामने आई हैं। वन विभाग ने पिंजरा भी लगाया था, लेकिन तेंदुए को पकड़ने में अब तक सफलता नहीं मिल पाई है। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि तेंदुए की तलाश जारी है और उसकी लोकेशन ट्रेस करने का प्रयास किया जा रहा है।
वन विभाग का बयान
बंद रेंजर मुजाहिद हुसैन ने इस मामले पर बयान देते हुए कहा कि तेंदुए की तलाश जारी है और विभाग उसकी गतिविधियों की निगरानी कर रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि जल्द ही तेंदुए को पकड़ने के लिए और पिंजरों का इंतजाम किया जाएगा, ताकि किसान और ग्रामीण सुरक्षित महसूस कर सकें।
किसानों की चिंता
इस घटना ने किसानों के बीच दहशत को और बढ़ा दिया है। खेतों पर काम करने वाले मजदूर भी अब तेंदुए के हमले से भयभीत हैं। कुछ किसानों ने तो अपनी फसल की सुरक्षा के लिए शिफ्ट में काम करना शुरू कर दिया है। खेतों में काम करने से पहले वे अब अतिरिक्त सतर्कता बरत रहे हैं और तेंदुए के बारे में वन विभाग से किसी भी तरह की जानकारी लेने का प्रयास कर रहे हैं।
तेंदुए की सक्रियता और इसके द्वारा किए गए शिकार की घटनाओं ने क्षेत्र के किसानों और ग्रामीणों के बीच तनाव पैदा कर दिया है। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि वे तेंदुए को जल्द से जल्द पकड़ने के प्रयासों में लगे हुए हैं, लेकिन इस बीच किसानों को सावधान रहने की सलाह दी गई है।
जवाहरगंज और करीमपुर के जंगलों में तेंदुए की मौजूदगी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वन्यजीवों और इंसानों के बीच संघर्ष बढ़ सकता है, जिससे सुरक्षा उपायों की आवश्यकता है। किसानों और ग्रामीणों को अपनी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आवश्यक कदम उठाने चाहिए।