फैटी लिवर बन सकता है मृत्यु का कारण, शारदा नारायण हास्पिटल में 147 लोगों की हुई जांच : डॉ संजय सिंह

Report By : आसिफ अंसारी
मऊ : विश्व लिवर दिवस के अवसर पर शारदा नारायण हास्पिटल में शनिवार को जन जागरूकता कार्यक्रम और नि:शुल्क फाइब्रो स्कैन जांच शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें कुल 147 लोगों की लिवर संबंधी जांच की गई। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ संजय सिंह ने लिवर की बीमारियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि फैटी लिवर एक गंभीर समस्या है, जो लिवर सिरोसिस, लिवर फेलियर और यहां तक कि लिवर कैंसर का कारण बन सकता है।
उन्होंने बताया कि मोटापा, मधुमेह, अधिक शराब का सेवन, कुपोषण और गलत दवाओं के प्रयोग से लिवर फैटी हो सकता है। इसके लक्षणों में वजन का कम होना, आंखों व त्वचा का पीला पड़ना, शरीर में कमजोरी और पेट की समस्याएं शामिल हैं। डॉ सिंह ने जोर देते हुए कहा कि समय रहते इस पर ध्यान न दिया जाए तो यह मृत्यु का कारण भी बन सकता है।
इस अवसर पर उन्होंने इस वर्ष की थीम “भोजन ही दवा है” को दोहराते हुए लोगों को लिवर को स्वस्थ रखने के उपाय भी बताए। उन्होंने कहा कि फैटी लिवर से बचने के लिए चीनी, शराब, अधिक वसायुक्त भोजन, मांस, अनियमित जीवनशैली और वायरल संक्रमण से दूरी बनानी चाहिए। साथ ही, गर्म पानी का सेवन लिवर के लिए लाभकारी होता है।
शिविर में मौजूद चिकित्सकों की टीम – डॉ राहुल कुमार, डॉ शमशाद अहमद, डॉ सतीश सिंह और डॉ नवीन श्रीवास्तव द्वारा 147 मरीजों की एलएसएम (लिवर स्टिफनेस मापन) और केपीए (कंट्रोल्ड एटेन्यूएशन पैरामीटर) टेस्ट सहित ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर की जांच की गई। साथ ही मरीजों को मुफ्त दवाएं भी वितरित की गईं।
इस स्वास्थ्य शिविर का उद्देश्य आम जनमानस को लिवर संबंधी बीमारियों के प्रति जागरूक करना और उन्हें समय रहते जांच कराकर इलाज शुरू करने के लिए प्रेरित करना था। अस्पताल प्रशासन ने भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन की बात कही ताकि लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग हो सकें।