बिहार ट्रक एसोसिएशन की शिकायत पर बालू कारोबार में संलिप्त सिपाही निलंबित

रिपोर्ट: तारकेश्वर प्रसाद
आरा बिहार : बिहार ट्रक ओनर एसोसिएशन के भोजपुर जिला अध्यक्ष अजय यादव की ओर से दी गई शिकायत के बाद लखीसराय जिला पुलिस बल के सिपाही नरेंद्र कुमार धीरज यादव को निलंबित कर दिया गया है। सिपाही पर आरोप था कि वह अपने पद का गलत इस्तेमाल कर बालू के अवैध कारोबार में शामिल था। इसके साथ ही उसने पुलिस विभाग को गुमराह करने के लिए फर्जी मेडिकल रिपोर्ट भी जमा की थी।
जानकारी के अनुसार, सिपाही नरेंद्र कुमार धीरज यादव बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन का तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष था। अजय यादव ने आरोप लगाया था कि वह अपने चार पहिया वाहन पर प्रदेश अध्यक्ष का बोर्ड लगाकर भोजपुर और अरवल जिले में ओवरलोडेड बालू लदे ट्रकों को एस्कॉर्ट करता था।
इसके अलावा, उसने लम्बे समय तक अवकाश लिया और दावा किया कि वह पीएमसीएच, पटना में इलाज करवा रहा है। जांच में पता चला कि वह पिछले 11 महीने से बिना ड्यूटी पर आए गायब था।
बिहार पुलिस मुख्यालय को ई-मेल के जरिए ट्रक एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय यादव ने शिकायत दी थी। इस शिकायत के आधार पर पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने मामले की जांच के लिए डीएसपी रक्षित रतनलाल ठाकुर को जिम्मेदारी सौंपी।
जांच के दौरान जब डीएसपी पीएमसीएच पहुंचे तो वहां के अधीक्षक इंद्रमोहन ठाकुर ने स्पष्ट किया कि सिपाही न तो अस्पताल में भर्ती हुआ था और न ही उसका कोई इलाज वहां हुआ है। इससे यह साबित हो गया कि सिपाही ने फर्जी मेडिकल दस्तावेज तैयार कर पुलिस विभाग को धोखा दिया और ड्यूटी से गायब रहा।
सभी आरोपों की पुष्टि होने के बाद पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने सिपाही नरेंद्र कुमार धीरज यादव को निलंबित कर दिया। अब विभागीय जांच के अंतर्गत उससे स्पष्टीकरण मांगा गया है। निलंबन की अवधि में उसका मुख्यालय पुलिस केंद्र लखीसराय निर्धारित किया गया है।
इस पूरे मामले में कार्रवाई होने के बाद ट्रक एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय यादव ने कहा कि उन्होंने कुछ समय पहले भोजपुर के तत्कालीन एसपी राकेश दुबे, बिहार के डीजीपी और अन्य उच्च पदाधिकारियों को शिकायत पत्र देकर मामले की जानकारी दी थी। अब प्रशासन ने सही समय पर कार्रवाई कर एक गलत व्यक्ति को बेनकाब किया है।
उन्होंने कहा कि पुलिस बल में कुछ लोग अपने पद का गलत फायदा उठाकर अवैध धंधों में शामिल हो रहे हैं, जिससे ईमानदार पुलिसकर्मियों और आम लोगों की छवि प्रभावित होती है। उन्होंने सभी पदाधिकारियों को कार्रवाई के लिए धन्यवाद देते हुए उम्मीद जताई कि भविष्य में भी ऐसे मामलों में सख्त कदम उठाए जाएंगे।