आरा में शादी समारोह के दौरान ताबड़तोड़ गोलीबारी, दो की मौत, चार गंभीर रूप से घायल – गांव में तनाव, सड़क जाम

रिपोर्ट: तारकेश्वर प्रसाद
बिहार के भोजपुर जिले के आरा से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। जिले के गड़हनी थाना क्षेत्र के लहरपा गांव में रविवार की रात एक शादी समारोह के दौरान ताबड़तोड़ गोलीबारी हुई, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई और चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
यह वारदात उस समय हुई जब गांव में एक बारात आई थी और लड़की के दरवाजे पर द्वारपूजा का कार्यक्रम चल रहा था। बारात गांव के ही किसान सलाहकार कमलेश कुमार के घर आई थी। बारात की चहल-पहल के बीच कुछ लोग एक थार गाड़ी से पहुंचे। गली तंग थी और थार गाड़ी की टक्कर दूल्हे की गाड़ी से हो गई। इसी दौरान थार गाड़ी का शीशा टूट गया।
इस मामूली विवाद ने देखते ही देखते हिंसक रूप ले लिया। थार सवार लोगों ने गुस्से में आकर अचानक अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। इस फायरिंग में गांव के दो युवकों राहुल कुमार और लवकुश की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चार अन्य लोग – अप्पू कुमार, पंकज कुमार (दोनों लहरपा गांव से) और अक्षय सिंह (भलुनी गांव, नारायणपुर थाना क्षेत्र) – गंभीर रूप से घायल हो गए।
घायलों में से दो की हालत नाजुक बनी हुई है और उनका इलाज सदर अस्पताल और निजी अस्पताल में चल रहा है। घटना के बाद पूरे इलाके में अफरातफरी मच गई। बारात में भगदड़ मच गई, लोग जान बचाकर भागने लगे और शादी का माहौल मातम में बदल गया।
घटना के बाद गुस्साए परिजनों और ग्रामीणों ने सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। उन्होंने शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया और जमकर हंगामा किया। लोग जिला प्रशासन और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे।
मौके पर गड़हनी थाने के थानाध्यक्ष रणवीर कुमार पुलिस बल के साथ पहुंचे और हालात को संभालने की कोशिश की। भोजपुर के एएसपी परिचय कुमार भी घटनास्थल पर पहुंचे और अपनी निगरानी में जांच शुरू की।
भोजपुर एसपी राज ने बताया कि अब तक एक व्यक्ति की मौत और चार लोगों के घायल होने की पुष्टि हुई है। हालांकि स्थानीय सूत्रों और चश्मदीदों के अनुसार दो लोगों की मौत हुई है। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और फायरिंग करने वालों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
फिलहाल गांव में तनाव का माहौल है। पुलिस की टीम पूरे मामले की बारीकी से छानबीन कर रही है ताकि जल्द से जल्द दोषियों को गिरफ्तार किया जा सके और पीड़ित परिवारों को न्याय मिल सके।