प्राथमिक विद्यालय अलीनगर खुर्द में बच्चों ने मनाया पृथ्वी दिवस, लिया पर्यावरण संरक्षण का संकल्प

Report By : स्पेशल डेस्क

22 अप्रैल को पूरी दुनिया में पृथ्वी दिवस मनाया जाता है, और इसी अवसर पर प्राथमिक विद्यालय अलीनगर खुर्द में भी बच्चों ने इस दिन को विशेष तरीके से मनाया। विद्यालय परिसर सुबह से ही हरियाली और बच्चों की चहल-पहल से भरा हुआ था। कक्षा तीन, चार और पांच के बच्चों ने नाटक, कविताएं और खेलों के माध्यम से पृथ्वी की सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।

पृथ्वी दिवस केवल एक दिन नहीं, बल्कि पृथ्वी के लिए अपने कर्तव्यों को याद करने और पर्यावरण की रक्षा का संकल्प लेने का अवसर होता है। इस दिन के माध्यम से यह संदेश देने की कोशिश की गई कि हम सभी को मिलकर इस धरती को बचाने के लिए प्रयास करने होंगे।

शिक्षिका रीना त्रिपाठी ने बताया कि एक समय ऐसा था जब विद्यालय परिसर में एक भी पेड़ नहीं था। पुराने पेड़ ग्राम प्रधान द्वारा कटवा दिए गए थे। इसके बाद बच्चों और विद्यालय स्टाफ ने मिलकर यह ठाना कि वे स्कूल को हरा-भरा बनाएंगे। इस अभियान के तहत बच्चों और शिक्षकों ने मिलकर आम, जामुन, अमरूद, नीम, शीशम, अर्जुन, आंवला जैसे अनेक पेड़ लगाए। आज ये पौधे बड़े पेड़ बन चुके हैं और विद्यालय की शोभा बढ़ा रहे हैं।

बच्चों को इन पेड़ों से बहुत लगाव हो गया है। वे इन पेड़ों की देखभाल करते हैं, उनके नीचे खेलते हैं और जब फल आते हैं तो उन्हें खाना उन्हें बहुत अच्छा लगता है। यह न केवल उनके बचपन को खुशियों से भरता है, बल्कि उन्हें प्रकृति के करीब भी लाता है।

बच्चों ने यह भी संकल्प लिया कि अब से वे हर शनिवार को विद्यालय परिसर में एक पौधा लगाएंगे। इस कार्य को वे एक जिम्मेदारी के रूप में निभाएंगे ताकि उनका विद्यालय और ज्यादा सुंदर, स्वच्छ और हरा-भरा बन सके। फूलों की क्यारियों को सजाने में भी बच्चों ने पूरा सहयोग दिया और उत्साह दिखाया।

इस अवसर पर बच्चों को प्रदूषण के दुष्प्रभावों के बारे में भी बताया गया। उन्हें सिखाया गया कि प्लास्टिक और पॉलिथीन का उपयोग बंद करना चाहिए और उसकी जगह कपड़े या कागज के थैलों का उपयोग करना चाहिए। यदि हर बच्चा इस आदत को अपनाए तो भविष्य में पर्यावरण को बचाया जा सकता है।

कार्यक्रम में विद्यालय की शिक्षिकाएं रीना त्रिपाठी, नसीम सेहर और सतीश कुमार उपस्थित रहे। सभी ने बच्चों के प्रयासों की सराहना की और उन्हें भविष्य में भी ऐसे कार्य करते रहने के लिए प्रेरित किया।

यह कार्यक्रम यह दिखाता है कि यदि बच्चों को सही मार्गदर्शन और प्रेरणा दी जाए, तो वे पर्यावरण की रक्षा में एक बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। विद्यालय परिसर में आज जो हरियाली और खुशहाली दिखती है, वह इन छोटे बच्चों के संकल्प और मेहनत का ही परिणाम है।

पृथ्वी दिवस का यह आयोजन न केवल एक कार्यक्रम था, बल्कि एक नई सोच, एक नई शुरुआत और एक उज्ज्वल भविष्य की दिशा में उठाया गया कदम भी था। जब बच्चे ठान लें, तो कोई भी काम असंभव नहीं। भविष्य में भी ऐसे प्रयास होते रहे, तो एक दिन जरूर आएगा जब हमारी पृथ्वी फिर से हरी-भरी, स्वच्छ और सुंदर दिखाई देगी।

Mukesh Kumar

मुकेश कुमार पिछले 3 वर्ष से पत्रकारिता कर रहे है, इन्होंने सर्वप्रथम हिन्दी दैनिक समाचार पत्र सशक्त प्रदेश, साधना एमपी/सीजी टीवी मीडिया में संवाददाता के पद पर कार्य किया है, वर्तमान में कर्मक्षेत्र टीवी वेबसाईट में न्यूज इनपुट डेस्क पर कार्य कर रहे है !

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