गाजीपुर में पहलगाम हमले के पीड़ितों को श्रद्धांजलि, आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की उठी मांग

Report By : आसिफ अंसारी
गाजीपुर : गाजीपुर के विकास भवन में एक विशेष श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया, जिसमें पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए 27 निर्दोष पर्यटकों को याद किया गया। यह हमला पूरे देश को झकझोर देने वाला था और इसका असर गाजीपुर तक महसूस किया गया।
श्रद्धांजलि सभा में बड़ी संख्या में कर्मचारी, अधिकारी और स्थानीय नेता उपस्थित हुए। इस अवसर पर सभी ने दो मिनट का मौन रखकर मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
सभा को संबोधित करते हुए परियोजना निदेशक राजेश यादव ने कहा कि आतंकवाद मानवता के खिलाफ एक गंभीर अपराध है। उन्होंने कहा, “आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं होता। इस तरह के हमले केवल लोगों को डराने और समाज में नफरत फैलाने के लिए किए जाते हैं। हमें एकजुट होकर इसका विरोध करना होगा।”
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिलाध्यक्ष दुर्गेश कुमार श्रीवास्तव ने इस हमले की निंदा करते हुए कहा कि यह पहली बार हुआ है जब आतंकियों ने धर्म के आधार पर निर्दोष लोगों की हत्या की है। उन्होंने कहा कि इससे समाज में गहरा आक्रोश है और लोग न्याय की मांग कर रहे हैं।
सभा में मौजूद नेताओं और कर्मचारियों ने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री से अपील की कि आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया जाए। उन्होंने मांग की कि भारतीय सेना को पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की पूरी छूट दी जाए। उनका मानना था कि यही हमले के शिकार लोगों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
इस कार्यक्रम में महेंद्र यादव, जसवंत राव, अनिल कुमार, भीमराव प्रसाद समेत सैकड़ों कर्मचारी और स्थानीय लोग मौजूद रहे। सभी ने एक स्वर में आतंकवाद के खिलाफ कठोर कदम उठाने की जरूरत पर बल दिया और कहा कि अब समय आ गया है जब देश को एकजुट होकर इस खतरे का सामना करना होगा।
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान और ‘भारत माता की जय’ के नारों के साथ हुआ। यह श्रद्धांजलि सभा न सिर्फ मृतकों के सम्मान में थी, बल्कि एक संदेश भी थी कि भारत आतंकवाद के सामने झुकेगा नहीं।