केदारनाथ धाम के कपाट विधि-विधान से खुले, बाबा केदार की नगरी गूंज उठी “हर हर महादेव” के जयघोष से

रुद्रप्रयाग, उत्तराखंड।
विश्वप्रसिद्ध श्री केदारनाथ धाम के कपाट शुक्रवार, 3 मई को विधिपूर्वक वैदिक मंत्रोच्चार के बीच श्रद्धालुओं के दर्शन हेतु प्रातः 7 बजे खोले गए। कपाट खुलने के इस शुभ अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं मौजूद रहे और बाबा केदार के प्रथम दर्शन का सौभाग्य प्राप्त किया। धार्मिक रीति-रिवाजों के अनुसार, सबसे पहली पूजा भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नाम से संपन्न की गई।

108 क्विंटल फूलों से सजाया गया मंदिर, हेली से हुई पुष्पवर्षा
कपाटोद्घाटन के इस भव्य अवसर पर केदारनाथ धाम को 108 क्विंटल से अधिक रंग-बिरंगे फूलों से सजाया गया था। मंदिर की भव्य सजावट और चारों ओर गूंजते भक्तिमय मंत्रों के बीच जैसे ही कपाट खुले, आकाश से हेलीकॉप्टर के माध्यम से पुष्पवर्षा की गई। इस दृश्य ने श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। हर हर महादेव के जयघोष से पूरी घाटी शिवमय हो गई।

मुख्यमंत्री ने की पूजा-अर्चना, प्रदेशवासियों को दी शुभकामनाएं
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंदिर में पूजा-अर्चना कर प्रदेश में सुख, समृद्धि और शांति की कामना की। उन्होंने कहा, “केदारनाथ धाम केवल एक तीर्थ नहीं, बल्कि आस्था, विश्वास और सनातन संस्कृति की विराटता का अद्भुत संगम है।” उन्होंने इस पावन अवसर पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी और श्रद्धालुओं के लिए सुगम यात्रा की कामना की।

चारधाम यात्रा को लेकर राज्य सरकार तैयार
मुख्यमंत्री ने बताया कि चारधाम यात्रा के सुव्यवस्थित संचालन के लिए राज्य सरकार ने सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की हैं। सुरक्षा, चिकित्सा, परिवहन और ठहरने की व्यवस्थाएं सुदृढ़ की गई हैं। उन्होंने उत्तराखंडवासियों से अपील की कि वे आने वाले श्रद्धालुओं का स्वागत आत्मीयता और सेवा-भाव से करें।

प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में हुआ केदारनाथ पुनर्निर्माण
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि 2013 की आपदा के बाद प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में केदारनाथ धाम का पुनर्निर्माण कार्य शुरू हुआ। आज जो दिव्य और भव्य केदारनाथ परिसर दिखाई देता है, वह प्रधानमंत्री के दृढ़ संकल्प का परिणाम है। उन्होंने केदारपुरी को “21वीं सदी के तीसरे दशक में उत्तराखंड का दशक” बताने वाले प्रधानमंत्री के कथन को दोहराया और कहा कि राज्य सरकार इसी दिशा में लगातार कार्य कर रही है।

पंचमुखी डोली के साथ पहुँचे बाबा केदारनाथ
पारंपरिक धार्मिक परंपरा के अनुसार, भगवान केदारनाथ की पंचमुखी उत्सव डोली शीतकालीन गद्दी स्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर, उखीमठ से चलकर विभिन्न पड़ावों जैसे गुप्तकाशी, फाटा और गौरीकुंड होते हुए केदारनाथ धाम पहुंची। कपाट खुलने की प्रक्रिया तड़के 5 बजे से शुरू हुई, जिसमें वेदपाठियों, पुजारियों और धर्माचार्यों ने भाग लिया।

विशिष्ट जनों की उपस्थिति में खुला मंदिर का कपाट
कपाट उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के साथ उनकी पत्नी श्रीमती गीता धामी, विधायक आशा नौटियाल, जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह, जिलाधिकारी सौरभ गहरवार, बीकेटीसी के मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल, पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रह्लाद कोंडे, मंदिर समिति प्रभारी अधिकारी गिरीश देवली, केदारसभा अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, तथा बड़ी संख्या में तीर्थ पुरोहित, वेदपाठीगण, हकहकूकधारी और श्रद्धालु उपस्थित रहे।

श्रद्धा और भक्ति से ओतप्रोत हुआ केदारपुरी का वातावरण
पूरे समारोह के दौरान बाबा केदार की नगरी भक्ति में लीन रही। सेना की ग्रेनेडियर रेजीमेंट के बैंड ने वातावरण को और भी भक्तिमय बना दिया। मंदिर के गर्भगृह में देवी-देवताओं का आवाहन कर विशेष पूजा संपन्न की गई और जनकल्याण का संकल्प लिया गया।


केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही अब श्रद्धालुओं के लिए चारधाम यात्रा विधिवत प्रारंभ हो गई है। आगामी महीनों में लाखों श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन के लिए उत्तराखंड का रुख करेंगे। यह यात्रा न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि राज्य के सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक जीवन में भी एक नया संचार भरती है।


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